गंडई पंडरिया:-स्कूल मरम्मत औऱ शिक्षक की कमी से जूझ रहा चिलगुड़ा के प्राथमिक शाला।

स्कूल मरम्मत औऱ शिक्षक की कमी से जूझ रहा चिलगुड़ा के प्राथमिक शाला।

0 शिकायत के बाद भी नहीं निकल रहा हल।

0 सीपेज से होती है पढ़ाई प्रभावित

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गंडई पंडरिया. राजनांदगांव जिले व वर्तमान खैरागढ़ जिले के अंतिम छोर में बसे ग्राम पंचायत चिलगुड़ा के प्राथमिक शाला स्कूल शिक्षकों की कमी और स्कूल के फ्लोर मरम्मत कार्य के लिए विभागों का मुंह ताकने पर मजबूर हो रहा है। ग्रामीणों ने इन कमी को दुरुस्त करने के लिए सम्बंधित विभाग को आवेदन पे आवेदन दे रहे हैं लेकिन उनकी मांगों को सम्बंधित विभाग कचरे की ढेर समझ कर नजरअंदाज किया जा रहा है। आज इसी का नतीजा है कि ग्रामीणों द्वारा पिछले 1 साल से इन कमियों को दूर करने का प्रयास भी अब दम तोड़ते नजर आ रही है।

गौरतलब हो कि गंडई नगर से महज 12 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत चिलगुड़ा में पिछले वर्ष के हिसाब से 101 विद्यार्थी विद्याध्ययन कर रहे हैं। स्कूल में शिक्षकों की 5 पद स्वीकृत है। लेकिन वर्तमान में दो ही शिक्षक कार्यरत हैं। जून 2021 में कोविड की वजह से एक शिक्षक की मृत्यु हो गई है।
ग्रामीणों द्वारा आवेदन में किये गए उल्लेख अनुसार वर्तमान में दो शिक्षक के भरोसे स्कूल संचालित हो रहा है। शिक्षकों की मांग को लेकर गांव के ही ईश्वर साहू ने पिछले वर्ष कलेक्टर जन दर्शन में ऑनलाईन शिकायत की थी। जिसकी प्रतिउत्तर में जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव ने छत्तीसगढ़ व्यापम रायपुर द्वारा सहायक शिक्षक सीधी भर्ती के माध्यम से चयनित सूची प्राप्त होते ही शाला को प्राथमिकता के आधार पर प्राथमिक शाला चिलगुड़ा में शिक्षक उपलब्ध कराने का हवाला दिया है। वर्तमान में दो दिन पहले ही शिक्षकों की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम से मुलाकात भी किये हैं।
सीपेज व उबड़ खाबड़ के बीच बैठते बच्चे*-
स्कूल का फ़्लोर उखड़ जाने की वजह से सीपेज आने की बात ग्रामीणों ने आवेदन में किया है। स्कूल के फ्लोर मरम्मत कार्य के लिए जनपद सीईओ को ग्राम सरपंच ने पिछले वर्ष अवगत भी कराया है। लेकिन अब तक स्कूल के फ्लोर मरम्मत कार्य को लेकर उनके द्वारा कोई पहल नहीं किया जा रहा है। जिसकी वजह से बच्चों को सीपेज और उबड़ खाबड़ वाली स्कूल में बैठकर अपनी भविष्य सँवारने के लिए इस सत्र भी मजबूर होना पड़ेगा।
अहाता निर्माण की मांग-
प्राथमिक शाला भवन रोड़ किनारे लगे होने के कारण बच्चों को कभी भी दुर्घटना का शिकार होना पड़ सकता है, साथ ही अहाता की कमी की वजह से स्कूल मैदान के हिस्से अतिक्रमण का भेंट चढ़ना शुरू हो गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए ग्रामीणों ने अहाता निमार्ण की मांग की है। इसके लिए गांव के ही कुंभकरण साहू ने जन समस्या निवारण शिविर में दो बार शिकायत दर्ज की है। लेकिन नतीजा अब तक नहीं निकल आया है।
नए शिक्षण-सत्र की शुरुआत होने से पहले यदि इन समस्याओं का समाधान नहीं निकाला गया तो निःसंदेह बच्चों की पढ़ाई पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
फ्लोर मरम्मत, अहाता निर्माण और अतिक्रमण के सम्बंध में जनपद सीईओ से पूछे जाने पर उनके द्वारा अनभिज्ञता जाहिर करते हुए पता करके बताने की बात कहा गया।
वर्जन –
शिकायत नहीं मिला है। मुझे इसके बारे में जानकारी नहीं है, पता करके बता पाऊंगा।
– प्रकाश चंद तारम- जनपद सीईओ छुईखदान