सैंपल के नाम पर दुकानदारों को ‘लूट’ रहा खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग!


महासमुंद. जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के जिम्मेदार दिवाली त्योहार के मद्देनजर एक बार फिर दुकान-दुकान जाकर सैंपल लेने सक्रिय हो गए हैं. इधर, नागरिकों का कहना है कि साल में सिर्फ त्योहार पर सक्रिय विभाग साल के अन्य 9 माह में क्या करता है. उन्हें उस दौरान लोगों के स्वास्थ्य की चिंता क्यों नहीं होती. नागरिकों का कहना है कि त्योहार में विभाग को लोगों की बजाए अपनी चिंता रहती है इसलिए वे सक्रिय हो जाते हैं. बता दें कि करीब पखवाड़ेभर पहले व्यावसायियों ने स्वास्थ्य मंत्री टीएम सिंहदेव से मिलकर अपनी पीड़ा बताई थी. उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन भी दिया था. बावजूद त्योहारी सीजन में ‘लूट’ जारी है.
सक्रिय नहीं निष्क्रिय विभाग : पंकज साहू
नागरिक कल्याण मंच के संयोजक और पूर्व पार्षद पंकज साहू का कहना है कि खाद्य औषधि प्रशासन सक्रिय नहीं निष्क्रिय विभाग है. विभाग के अफसर सिर्फ त्योहार में कार्रवाई के नाम पर व्यापारियों को परेशान करते हैं. प्रदेशभर में प्रतिबंधित गुटखा जिले में खुलेआम बिक रहा है. इस पर विभागीय अफसर कार्रवाई के लिए कभी सड़क पर सामने नहीं आते.
कार्रवाई के नाम पर अपना हित साध रहे : शंभू साहू
चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष शंभू साहू का कहना है कि विभाग कार्रवाई के नाम पर अपना हित साधने का काम करता है. त्योहार में ही क्यों विभाग को खाद्य सामग्रियों की गुणवत्ता का ध्यान आता है. जिस पर कार्रवाई करनी चाहिए उस पर विभाग ने हाथ बांध रखा है. छोटे व्यापारियों को कार्रवाई का भय दिखा सैम्पल के नाम पर हर चीज 5-6 किलो ले जाते हैं. इस संबंध में एसडीएम राकेश गोलछा ने कहा कि यह सही है कि कार्रवाई नियमित रूप से होनी चाहिए. अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो विभाग से जानकारी लेता हूं. रही बात प्रतिबंधित गुटखा कारोबार की तो इस पर भी जानकारी ली जाएगी.