कवर्धा- जोगी कांग्रेस द्वारा खून से दस्तख़त कर भ्रस्टाचारियो पर कराया गया FIR दर्ज।

कवर्धा- जोगी कांग्रेस द्वारा खून से दस्तख़त कर भ्रस्टाचारियो पर कराया गया FIR दर्ज।

वन मंत्री के गृह जिले में वन विभाग में हुए 11990600 रुपये के बंदरबाट पर मंत्री जी का मौन रहना,भ्रस्टाचारियो को संरक्षण प्रदान करने की मौन सहमति है – रवि चंद्रवंशी प्रदेश अध्यक्ष अजीत जोगी छात्र संगठन।

खनिज संपदा चूसने वाले अधिकारियों को कार्यकर्ताओ ने खून से भरा बोलत भेंट करने के लिए पहुचे DFO व PWD कार्यालय
आरोप- कवर्धा DFO दिलराज प्रभाकर, तत्कालीन PWD EE मधेस्वर प्रसाद और वर्तमान PWD EE विनोद चौहान के ऊपर शाशकीय पद का दुरुपयोग करते हुए ठेकेदार को फायदा पहचाना, शाशकीय राशि का बंदरबाट, शाशकीय खजाने को आर्थिक नुकसान, गलत जानकारी प्रदान करने को लेकर अजीत जोगी छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रवि चंद्रवंशी द्वारा SP कवर्धा के समक्ष लिखित शिकायत कर FIR दर्ज कर कार्यवाही की मांग किये हैं
अजीत जोगी छात्र संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रवि चंद्रवंशी ने sp कवर्धा के समक्ष अपना आवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा है कि जिले के पंडरिया कुकदूर बजाग रोड के निर्माण में 1 करोड़ 19 लाख 90 हजार 600 रुपए का शाशन को आर्थिक नुकसान पहुचाते हुए DFO कवर्धा द्वारा वन संपदा का दोहन करने वालो को अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बिना किसी चालान जमा कराए छोड़ दिया गया है।।
वही दूसरी ओर पूरे मामले को नया मोड़ देते हुए DFO द्वारा PWD कार्यालय के ऊपर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है जिसका कारण बताया गया कि PWD विभाग में वन भूमि पर कार्य प्रारंभ करने के दौरान उंनको सूचना नही दी
20 लाख रुपये के फाइन लगने के 5 दिनों के अंदर ही बिना किसी जांच पड़ताल के ,किसी कर्मचारी अधिकारी को दोषी नही मानते हुए pwd द्वारा 20 लाख जमा भी कर दिया जाता है।
पूरे मामले की शिकायत जिला कलेक्टर महोदय, माननीय वन मंत्री महोदय से करने के बाद भी आज पर्यन्त तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं हुई है जो कि कवर्धा वाशियों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिले के वन मंत्री होते हुए वन विभाग में करोड़ो का घोटाला किया जा रहा है और मंत्री जी चुप बैठे हैं।।
भ्रस्टाचार कब व कैसे हुई है एक नजर में
उक्त रोड निर्माण में हमारे द्वारा 30/11/2019 को शिकायत किया गया था कि ठेकेदार द्वारा वन संपदा का दोहन करते हुए वन संपति को नुकसान पहुचा रहे हैं ,जिस पर कार्यवाही करते हुए जांच समिति का गठन किया गया और जांच समिति ने हमारे द्वारा शिकायत में दर्ज आरोपो को सही बताते हुए ठेकेदार द्वारा 29976.50 घन मीटर मिट्टी/मुरुम/मिट्टी युक्त बोल्डर उत्खनन होना बताया साथ ही उक्त सम्पूर्ण मात्रा का उपयोग ठेकेदार द्वारा रोड निर्माण कार्य में उपयोग करना बताया ।।
जिस पर वन मंडल अधिकारी कवर्धा द्वारा चालाकी से सर्वप्रथम PWD विभाग कवर्धा को 11990600=00 रुपये (एक करोड़ उन्नीस लाख नब्बे हजार छ सौ रुपये ) को जुर्माना लगाते हैं जब कि जुर्माना लगना था ठेकेदार को।।
सबसे बड़ी ताज़्जुब की बात है कि उक्त जुर्माने की पहले तो ठेकेदार को छोड़कर PWD विभाग पर लगाते है उसके बाद DFO कवर्धा और EE. PWD कवर्धा दोनों मिलकर अपने आका को खुश करने ऐसा पत्राचार करते हैं कि 11990600रुपये में एक भी रुपया जमा नही किया गया है।।
(अंत मे 200000 बीस लाख रुपये जमा किया गया है पर वह राशि PWD विभाग द्वारा वन विभाग को बिना सूचना दिए काम चालू करने के लिए जुर्माना लगाया गया है।)
परन्तु 11990600=00 रुपये का कही कोई उल्लेख नही है।।
DFO कवर्धा व EE PWD कवर्धा दोनों एक दूसरे के साथ लेटर लेटर खेलते हुए ठेकेदार को बचाने व अपने आका को खुश करने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करते हुए 11990600=00 रुपये को पूरी तरह कैसे माफ करते हैं ,क्रमबद्ध तरीके से समझे—-
(1) सर्वप्रथम हमारे द्वारा 30/11/2019 को उक्त रोड पर ठेकेदार द्वारा वन संपदा का दोहन किया जा रहा है करके शिकायत किया गया
(2) शिकायत पर दिनांक 09/12/2019 को जांच समिति का गठन DFO द्वारा किया गया।
(3) जांच समिति के सदस्य पंडरिया SDO वन विभाग ने जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए कहा कि वन भूमि से 29976.50 घन मीटर मिट्टी/मुरुम/मिट्टी युक्त बोल्डर का उत्खनन किया गया है और उपरोक्त मात्रा का उपयोग रोड निर्माण कार्य में किया गया है।।
(4) DFO कवर्धा द्वारा बड़ी चालाकी से ठेकेदार को बचाते हुए दिनांक 02/03/2020 को PWD विभाग कवर्धा को पत्र लिखकर राशि जमा करने कहते हैं।।
(5) DFO कवर्धा द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए दिनांक 16/04/2020 को स्थल निरीक्षण करने की बात कहते हुए कहते है कि मेरे द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया पर वहा कुछ नही मिला।।।
(अब DFO जी आप को कौन बताये की शिकायत के 5 माह बाद आप स्थल निरीक्षण करेंगे तो आपको मिलेगा क्या,, पर आप तो ये सब खेल किसी के इशारे पर कर रहे हैं इस लिए आपके हिसाब से सब जायज है)
इसप्रकार 11990600 रुपये DFO कवर्धा के एक स्थल निरीक्षण से ख़त्म हो गया।।जिनको बचाना था बचा लिए । इस प्रकार अपने पद का दुरुपयोग करते हुए शाशकीय खजाने में जमा होने वाली राशि DFO द्वारा माफ कर दिया गया।
(6) खानापूर्ति के नाम पर DFO कवर्धा द्वारा उक्त रोड पर बिना सूचना के काम चालू करने के आरोप में दिनांक 17/04/2020 को 2000000 बीस लाख रुपये का जुर्माना लगाते हैं जिसे दिनांक 22/04/2020 राशि जमा करने के आदेश के 5 दिनों में ही PWD द्वारा जमा कर दिया गया।।
(बिना किसी जांच पड़ताल के ,बिना किसी दोषी अधिकारी कर्मचारी सिद्ध किये) जो कि EE PWD कवर्धा द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए शाशकीय राशि का बंदरबाट करने को दर्शाता है।।
आज के कार्यक्रम में प्रमुख रूप से धीरज सिंह,रवि चंद्रवंशी,,अस्वनी यदु ,चेतन वर्मा,केवल चंद्रवंशी, रंजीत वर्मा, मुकेश चंद्रकार दलि चंद ,गणेश पात्रे,आशीष ठाकुर,चंदन ,राजकुमार, कन्हैया,जग्गू, टेकराम, अतुल दिलीप सोनी,यादव, वाशिम खान, जित्तू चंद्रवंशी,लल्ला चंद्रवंशी, इसवारी साहू,सुरेश साहू, मोती टेकाम ,राहुल चंद्रवंशी,हीरो, खिलेश, आफताब,सहित अन्य कार्यकर्ता भाई उपस्थित रहे।