जिले के ग्राम देवरी में आयोजित अंतिम समाधान शिवर का सफलता पूर्वक हुआ समापन


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी
देवरी क्लस्टर में 3651 आवेदनों का हुआ सफल निराकरण
जनप्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारियों एवं नागरिकों ने तंबाकू के सेवन से दूर रहने तथा जल संरक्षण के प्रति सजग रहने की ली शपथ
खैरागढ़, 31 मई 2025: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन तिहार अभियान के तृतीय एवं अंतिम चरण के तहत आज जिले का अंतिम शिविर विकासखंड खैरागढ़ के देवरी में आयोजित हुआ । समाधान शिविर में कुल 3663 आवेदनों में से 3651 आवेदनों का सफलतापूर्वक निराकरण किया गया। शेष 12 मांग से संबंधित आवेदनों का निराकरण प्रक्रियाधीन है। शिविर में कलेक्टर सहित सभी जन प्रतिनिधियों ने विभिन्न स्टालों का अवलोकन किए।
शिविर में जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका खम्हन ताम्रकार, जिला पंचायत के उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, पूर्व विधायक कोमल जंघेल, सासंद प्रतिनिधि खम्मन ताम्रकार, कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल, सीईओ जिला पंचायत प्रेम कुमार पटेल सहित अन्य जनप्रतिनिधि और विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने छत्तीसगढ़ महतारी की तैलचित्र की विधिवत पूजा-अर्चना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रियंका खम्हन ताम्रकार ने आयोजित शिविर में कहा कि जिले में चल रहे समाधान शिविरों से आम जनता को बड़ी राहत मिल रही है। उन्होंने बताया कि पिछले एक माह से जिले के अधिकारी और जनप्रतिनिधि गांव-गांव जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और त्वरित समाधान कर रहे हैं।
श्रीमती ताम्रकार ने बताया कि प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी ने हाल ही में झूरानदी में आयोजित जनचौपाल के दौरान जिलेवासियों को 1 करोड़ रुपये से अधिक की विकासपरक सौगातें प्रदान की हैं। यह सौगातें जनहित की मांगों के अनुरूप हैं और इससे क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी। उसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया है।
उन्होंने कहा कि ‘सुशासन तिहार’ के अंतर्गत प्राप्त सभी आवेदनों का संवेदनशीलता एवं प्राथमिकता के साथ निराकरण किया जाना चाहिए, ताकि शासन की योजनाओं का लाभ आम जनता तक समय पर पहुंचे।
जिला पंचायत के उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह अभियान जनसेवा की दिशा में एक सशक्त कदम है, जिसका उद्देश्य शासन को सीधे आमजन से जोड़ना है।
उन्होंने बताया कि सुशासन तिहार के तहत जिले के विभिन्न स्थलों पर शिविर आयोजित किए गया, जहां प्रशासनिक अधिकारी एवं विभागीय कर्मचारी सक्रिय रूप से भाग लेकर लोगों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान कर रहे हैं। यह अभियान शासन की जनपक्षीय सोच का परिचायक है, जिसमें नागरिकों को सुविधाएं देने और शासन के प्रति विश्वास सुदृढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्हेंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आम नागरिकों तक पहुंचाई जा रही है, ताकि जरूरतमंद लोग योजनाओं का प्रत्यक्ष लाभ प्राप्त कर सकें। इस दौरान उन्होंने शासन की विगत 15 माह की प्रमुख उपलब्धियों को भी जनसमुदाय के सामने प्रस्तुत किया।
पूर्व विधायक कोमल जंघेल ने कहा आज सुशासन तिहार का जिले में अंतिम शिविर आयोजित हुआ है। यह अभियान शासन को जनता के द्वार तक लाने का सार्थक प्रयास है, जिसमें अधिकारियों और कर्मचारियों ने पूर्ण निष्ठा और लगन से कार्य किया है। यह कार्य प्रशंसा के योग्य है।”
सुशासन की परिभाषा देते हुए उन्होंने कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश में सुशासन लाने का स्वप्न देखा था और उसे साकार करने के लिए उन्होंने दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कार्य किया। उनकी स्मृति में 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है।
जिले में चल रहे जनसमस्या समाधान शिविरों की अंतिम कड़ी का आयोजन आज संपन्न हुआ। समापन अवसर पर कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चंद्रवाल ने नागरिकों के सक्रिय सहभागिता और अधिकारियों की तत्परता के लिए आभार व्यक्त किया।
कलेक्टर श्री चंद्रवाल ने कहा, “समस्याएं समय-समय पर आती रहती हैं, लेकिन इन समाधान शिविरों के माध्यम से हमें मूलभूत समस्याओं की प्रत्यक्ष जानकारी मिली है, जिनका प्राथमिकता के आधार पर स्थायी समाधान सुनिश्चित किया गया है।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि भविष्य में भी वे इसी संवेदनशीलता और प्रतिबद्धता के साथ जनसेवा में जुटे रहें।
वर्षा ऋतु के आगमन की ओर संकेत करते हुए उन्होंने स्वास्थ्य विभाग एवं आमजन से सतर्कता बरतने की अपील की। साथ ही उन्होंने बताया कि अब किसानों के लिए कृषि कार्यों का समय आरंभ हो चुका है। किसानों को सलाह दी गई कि वे कृषि विभाग से संपर्क कर तकनीकी जानकारी व योजनाओं का लाभ उठाएं।
कलेक्टर ने आगामी 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अधिकाधिक वृक्षारोपण करने की अपील करते हुए कहा, “पर्यावरण संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है। एक पेड़ आज का निवेश और भविष्य की सुरक्षा है।”
जनसमस्या निवारण शिविरों की इस श्रृंखला में जिलेभर के नागरिकों ने अपनी समस्याएं दर्ज कराईं और प्रशासन ने तत्परता से अनेक मामलों का समाधान किया, जिससे जनविश्वास में वृद्धि हुई है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेम पटेल ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज देवरी में आयोजित अंतिम समाधान शिविर का सफलतापूर्वक समापन हुआ। इस शिविर में सभी अधिकारी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उत्साहपूर्वक सहभागी बने। उन्होंने सभी के सक्रिय सहयोग एवं सहभागिता के लिए धन्यवाद प्रकट किया तथा आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी इसी प्रकार जनसेवा और सहयोग की भावना बनी रहेगी। इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों, अधिकारी-कर्मचारियों एवं नागरिकों ने तंबाकू के सेवन से दूर रहने तथा जल संरक्षण के प्रति सजग रहने की शपथ ली।
शिविर में कृषि, श्रम, महिला बाल विकास, उद्यानिकी, मत्स्य, स्वास्थ्य एवं पंचायत विभागों के माध्यम से हितग्राहियों को कई योजनाओं का लाभ दिया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य दिनेश वर्मा, श्रीमती अरुणा बनाफर , पूर्व जिला पंचायत सदस्य धम्मन साहू, सासंद प्रतिनिधि भगवत शरण सिंह, विशिष्ट अतिथि बिसेसर साहू, शैलेंद्र त्रिपाठी, एसडीएम खैरागढ़ टंकेश्वर प्रसाद सही सहित अन्य जनप्रतिनिधि, सरपंच एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।