वनांचल क्षेत्र साल्हेवारा के किसानों की फसल बिमारी बारिश से चौपट सरकार से गुहार।


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी

वनांचल साल्हेवारा से पत्रकार चंद्रभूषण यदु की रिपोर्टिंग

साल्हेवारा – प्राप्त जानकारी अनुसार वनांचल क्षेत्र साल्हेवारा, रामपुर , आमगांव, जामगांव , सरोधी, कोसमर्रा कनसिंघा, चोभर कोपरो भठली, ग्वाल गुंडी, सिंगबोरा, बगारझोला कल्लेपानी, गेरुखदान, समना पुर, बंजारपुर, गोंगले बरवाही , खादी , राजाबर , सरईपतेरा, नचनिया, भाजीडोंगरी , गोपालटोला , देवपुरा, सहसपुर, नवागांव, पोड़ी एवं गोलरडीही सभी ग्रामों के किसानों के खेतों में बेमौसम बारिश एवं विभिन्न प्रकार रोगों से ग्रसित खरीफ फसल धान का सत्यानाश हो गया है। धान का पैरा भी नहीं मिल सकता ऐसा मंजर बताते हैं कभी देखा ही नहीं यह तो कोरोना की तरह मरोना फैल गया है। जानवरों के पैरा नहीं किसानों के लिए धान नहीं कई किसान सल्फास गोली खाकर आत्म हत्या करने की बात कर रहें हैं।यह तो फसल के सुनामी है जो किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत प्रति वर्ष सोसायटी में के सी सी से डायरेक्ट प्रिमियम की राशि काट लिया जाता है। अभी तक ना तो कोई पटवारी , बीमा कंपनी के एजेंट नही पहुंचे । जब किसानों की धान की बीमा करतें हैं तो उनकी जवाब दारी क्या है। बीमा करते हैं मनमानी जब देने की बारी आती है तो करते हैं अनुसुनी ये कहां की न्याय है। इस समय सरकार को ड्रोन कैमरे या हवाई सर्वे की जरुरत है। किसानों की पीड़ा को नजरंदाज किया जा रहा है।सभी वनांचल के किसानों ने कलेक्टर महोदय को ज्ञापन सौपने का मन बना लिया है। जल्द ही अपनी कथा ब्यथा सरकार को सुनाने फैसला कर लिए हैं।
सोसायटी में धान नहीं बेच सकते तीन सुत्रिय मांगो को लेकर शासन प्रशासन को ज्ञापन सौंपा जायेगा जिसमें पहला कर्ज माफ, दुसरा प्रधानमंत्री फसल बीमा की राशि बीमा से वंचित किसानों को प्रति एकड़ मुवावज की मांग को लेकर खैरागढ़ कलेक्टर से मिलने वाले हैं।
किसानों की मांग पुरी नहीं होने पर किसान उग्र आंदोलन करने बाध्य होने की बात कह रहें हैं। आमगांव सरोधी के किसानों ने यह जानकारी दी है।



