फर्जी CBI इंस्पेक्टर गिरफ्तार, पुलिस विभाग को ही दे रहा था धमकी
नई दिल्ली। देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में एक बड़ी खबर सामने आई है. यहां के साउथ-वेस्ट दिल्ली स्थित किशनगढ़ थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो अपने आप को सीबीआई (CBI ) का अधिकारी बताकर फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहा था. पुलिस की टीम जब उस आरोपी शख्स को हिरासत में लेकर जांच पड़ताल की तब उसके पास से सीबीआई अधिकारी के नाम पर एक फर्जी पहचान (Fake Identity) पत्र भी बरामद किया गया. आरोपी नकली सीबीआई अधिकारी का नाम राकेश कुमार यादव है. इसने राकेश कुमार के नाम से नकली CBI पहचान पत्र बनवाया था. ये आरोपी मूल रूप से हरियाणा के झज्जर का रहने वाला है. लेकिन पिछले कुछ समय से ये वसंत कुंज के किशनगढ़ इलाके में रह रहा था.
टशनबाज नकली CBI इंस्पेक्टर
साउथ वेस्ट के DCP इंकित सिंह के मुताबिक, वसंत कुंज इलाके में स्थित संजय वन के पास पुलिसकर्मी अपने ड्यूटी के दौरान पुलिस पिकेट्स पर सामान्य तरीके से जांच पड़ताल (vigilant picket duty) कर रहे थे. इसी दौरन पुलिसकर्मियों ने बुलेट सवार आरोपी राकेश कुमार यादव को रोका. बातचीत के दौरान पुलिसकर्मियों को लगा कि ये शख्स बहुत ज्यादा शराब का सेवन किए हुए है. उसके बाद पुलिसकर्मियों ने उससे वाहन संबंधित दस्तावेज जब मांगे तब उसने अपने आप को CBI का इंस्पेक्टर अधिकारी बताने लगा. और अपने ताव से पुलिसकर्मियों को धमकाने लगा. लेकिन ड्यूटी पर तैनात सब इंस्पेक्टर सुशील कुमार, हेड कांस्टेबल मिंटू, हेड कॉन्स्टेबल राजबीर और सिपाही अजय ने बेहद सतर्कता से पूछताछ की. इसके साथ ही आरोपी से पहचान संबंधित अन्य दस्तावेज मांगे गए. तब आरोपी ने अपना आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस समेत अन्य दस्तावेज दिखाए. लेकिन उन तमाम दस्तावेज में अलग- अलग उसका पता समेत अन्य कई जानकारी सामने आईं. तब उन लोगों को थोड़ा शक हुआ कि ये दस्तावेज नकली हो सकता है. शक होने के बाद पुलिसकर्मियों ने अपने SHO को इस मामले की जानकारी दी. उसके बाद उस शख्स को हिरासत में लेकर थाने में लाया गया. जहां पर बाद में आरोपी राकेश कुमार यादव ने अपना गुनाह कबूलते हुए बताया कि उसने टशन दिखाने के लिए गूगल के माध्यम से देखकर नकली CBI पहचान पत्र बनवाया था. जब कभी भी दिल्ली -एनसीआर में कोई पुलिस वाले रोकते थे तब ये इसी नकली पहचान पत्र दिखाकर आसानी से निकल जाता था.
पूछताछ के दौरान आरोपी ने ये भी बताया कि वह लोगों को किराए पर टैक्सी उपलब्ध कराने का काम करता है. लेकिन आखिरकार वह असली पुलिसकर्मियों के रडार में फंस गया है और गिरफ्तार हो गया. हालांकि, आरोपी की गिरफ्तारी के बाद भी पुलिस की टीम उसके बयानों को दर्ज करने के बाद आगे की तफ़्तीश भी कर रही है.