BIG NewsTrending News

Exclusive: स्वामी रामदेव का चैलेंज, खुद को कोरोना संक्रमित करके 3-7 दिन में ठीक हो जाऊंगा

Swami Ramdev

नई दिल्ली। योगगुरु स्वामी रामदेव ने कहा है कि योग के जरिए कोरोना का इलाज संभव है। स्वामी रामदेव ने चैलेंज देते हुए कहा है कि वे अपनी बात पर लोगों को भरोसा दिलाने के लिए खुद संक्रमित होकर 3 से 7 दिनों के भीतर ठीक होकर दिखाएंगे। स्वामी रामदेव ने इंडिया टीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में यह बयान दिया है। इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम में बोलते हुए स्वामी रामदेव ने कोरोना वायरस का इलाज योग से संभव है। उन्होंने बताया कि अश्वगंधा, गिलॉय और तुलसी से कोरोना का सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है। रामदेव ने कहा कि हमारी कोशिश है कि कोरोना से किसी की मौत न होने पाए। 

योग गुरू बाबा रामदेव का दावा ने इंडिया टीवी पर दावा किया कि पतंजलि ने कोरोना वायरस के ट्रीटमेंट के लिए दवाई बना ली है। स्वामी रामदेव ने बताया कि पतंजलि ने अक्टूबर 2019 से ही कोरोना के इलाज पर काम शुरू कर दिया था। उन्होंने दावा किया है कि इस दवा से मरीज 7 से 14 दिनों के भीतर ठीक हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना की दवाई ‘कोरोनिल’ के क्लीनिकल ट्रायल का पहले चरण पूरा हो गया है। बाबा रामदेव ने दावा किया है कि कोरोनिल दवा से अभी तक सैकड़ों लोग ठीक हो गए है। उन्होंने कहा कि पतंजलि ने अक्तूबर 2019 से कोरोना वायरस के इलाज के लिए रिसर्च शुरू कर दी थी। 

उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीजों को ‘कोरोनिल’ के साथ ही श्वासारि वटी भी दें। इसकी एक-एक गोली सुबह शाम देने से फायदा होगा। इसके अलावा उन्होंने एक काढ़े के बारे में भी बताया जो कोरोना से इलाज में फायदा देगा। बाबा रामदेव ने बताया कि गिलोय, अदरक, कच्ची हल्दी, काली मिर्च, तुलसी के पत्ते, मुलेठी, अश्वगंधा, शतावर, दालचीनी, आंवला, नीम, इन सभी को कूटना है और इस काढ़े को घर में बनाकर पी सकते हैं।

स्वामी बालकृष्ण ने किया 100 प्रतिशत सफलता का दावा

इससे पहले कल पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कहा था कि कोरोना संकट आने के बाद हमने ​वैज्ञानिकों की पूरी टीम को इसकी दवा खोजने के काम पर लगाया। पहले हमने वे अवयव तलाशे जिनसे कोरोना का इलाज किया जा सकता है। इसके बाद हमने कई पॉजिटिव मरीजों पर क्लिनिकल केस ​स्टडी की। यहां हमें 100 प्रतिशत सफलता मिली है। 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page