वसूली बंद नहीं हुई तो होगा उग्र आंदोलन
बोड़ला। क्षेत्र में अवैध रूप से बिक रही शराब के मामलों में आबकारी विभाग दोहरा रवैया अपना रहा है। क्षेत्र के आदिवासियों के घरों में छापा मारकर परेशान करने के साथ ही हजारों रुपए की वसूली किया जा रहा है।आदिवासी निशाने पर हैं, एक के बाद एक जबरदस्ती कार्रवाई की जा रही हैं। लेकिन सर्वविदित है कि क्षेत्र में देशी विदेशी शराब की सप्लाई गांव-गांव हो रही है, और खुलेआम बिक रही हैं। लेकिन आबकारी की एक भी कार्रवाई न होना कई सवाल भी खड़े कर रही है।
जनपद सदस्य नरेश चंद्रवंशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिले के आबकारी विभाग द्वारा क्षेत्र के आदिवासियों के घरों में छापा मारकर परेशान करने के साथ ही हजारों रुपए की वसूली किया जा रहा है।
शासन द्वारा आदिवासियों को 5 लीटर की छूट मिली है लेकिन आए दिन जिले की आबकारी विभाग के द्वारा आदिवासियों द्वारा दो चार बोतल को ज्यादा बताकर तंग किया जा रहा है वही कार्रवाई नहीं करने के नाम पर बीस से पच्चीस हजार की वसूली भी की जा रही है जो आदिवासी पैसे देने में असमर्थ होते हैं उसके यहा ज्यादा मात्रा की जब्ती बनाकर कार्रवाई की जाती है।
जनपद सदस्य नरेश चंद्रवंशी का कहना है कि आबकारी विभाग के संरक्षण में गांव गांव में कोठियों के माध्यम से शराब की बिक्री कराई जा रही है. शासकीय शराब दुकानों से कोचीयों को थोक में शराब उपलब्ध कराया जाता है उन्हें लाभ पहुंचाने लगातार छापा मारकर आदिवासियों को परेशान किया जा रहा है।
जनपद सदस्य श्री चंद्रवंशी ने आबकारी विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि छूट के बाद भी कार्रवाई करने एवं अवैध वसूली की कार्रवाई बंद नहीं किया गया तो आदिवासी – जनता के साथ आबकारी विभाग के विरुद्ध उग्र आंदोलन किया जाएगा।