वित्तीय अनियमितता बरतने पर एस डी एम रेणुका रात्रे के कारण बताओ नोटिस के जवाब नहीं देने से भ्रष्टाचार में आकंठ डूबा सरपंच अंततः हुआ बर्खास्त


विश्वराज ताम्रकार,खैरागढ़। छुईखदान ब्लाक के ग्राम पंचायत रामपुर के सरपंच महेंद्र यादव को वित्तीय अनियमितता बरतने पर विगत दिनों कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन का समय देकर जवाब छुईखदान एस डी एम रेणुका रात्रे ने जवाब देने कही थी मगर पेशी दिनांक 15-6-2023 दिन गुरुवार को न्यायालय में वकिल के माध्यम से आगे और समय महेंद्र यादव के द्वारा मांगा गया।
लेकिन प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एस डी एम ने पंचायत अधिनियम के धारा 40 के तहत पद से पृथक का आदेश जारी कर दिया गया।जनपद पंचायत छुईखदान को आदेश की कापी भेज दी गई है। सचिव बाबुदास झारिया के कृत्य को देखते हुये जिला पंचायत को अग्रिम कार्यवाही के लिए पत्र प्रेषित किया गया है ।
पिछले एक साल से जांच प्रक्रिया चल रही थी ग्राम पंचायत रामपुर के उपसरपंच त्रिलोचन ठाकरे ने 17 बिंदुओं पर जांच प्रतिवेदन एस डी एम को सौंपा गया था।एस डी एम ने जनपद पंचायत छुईखदान को तीन दिवस में जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने कही थी। लेकिन किसी कारण वश जांच में विलंब हुआ था। जांच अधिकारी मोहित धुर्वे एवं सहयोगी दल को महेंद्र यादव सचिव बाबु दास झारिया ने जांच में सहयोग ना करतें हुये ग्राम पंचायत रामपुर में दंबगई करते हुये किसी भी प्रकार का रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया उल्टे आडिटर को ग्राम पंचायत की रिकार्ड आडिट करने ले जाने का झूठा बेबुनियाद आरोप लगा दिये थे ।जांच अधिकारीयों को बैरंग लौटना पड़ा था।
त्रिलोचन ठाकरे के द्वारा जब जनपद में पता करवाया गया की रिकार्ड जहां भी हो जांच होनी चाहिए जिससे जांच टीम ने बाबुदास झारिया को तीन दिन का समय दिया था की समस्त ग्राम पंचायत कि रिकार्ड जनपद पंचायत में लाये।जिससे आनन फानन में कार्यवाही पंजी प्रस्ताव पंजी निलामी की पंजी बैठक की उपस्थिति पंजी केश बुक पास बुक की बारिकी से जांच की गई थी। जिसमें फर्जी राशि आहरण 5545368 पचपन लाख पैंतालीस हजार रुपये पंद्रहवीं वित की राशि एवं 905000 नौ लाख पांच हजार बैंक खाते में जमा न कर निजी उपयोग करना पाया गया। जांच दल ने एस डी एम को जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया था।
जिसमें वित्तीय अनियमितता बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिवस का समय दिया गया था। लेकिन किसी प्रकार की कोई कारण बताओ नोटिस का संतोष प्रद जवाब नहीं मिलने से सरपंच महेंद्र यादव को सरपंच पद से बर्खास्त कर दिया गया है।