कवर्धा : सचिव की कार्यों मे मनमानी..पंचायत कार्यों के लिए भटकते ग्रामीण.. नए सचिव की नियुक्ति की मांग..

कवर्धा : सचिव की कार्यों मे मनमानी..पंचायत कार्यों के लिए भटकते ग्रामीण.. नए सचिव नियुक्ति की मांग..पढ़े पूरी खबर

टीकम निर्मलकर AP न्यूज़ कवर्धा : जिले के सुदूरवर्ती ग्राम पंचायत बोक्करखार में पदस्थ सचिव गौकरन चंद्रवंशी के विरुद्ध ग्रामवासियों ने एकजुट होकर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें तत्काल हटाने की मांग की है। इस संबंध में सरपंच, पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्रामीणजनों ने संयुक्त रूप से जिलाधीश महोदय को एक लिखित आवेदन सौंपा है।
आवेदन में आरोप लगाया गया है कि सचिव गौकरन चंद्रवंशी नियमित रूप से कार्यालय में उपस्थित नहीं रहते, जिससे ग्रामीणों के जरूरी कार्य समय पर नहीं हो पाते। साथ ही, पंचायत के कार्यों को स्वयं ना कराकर ठेकेदारों को सौंप दिया जाता है, जो कार्यों की गुणवत्ता और पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।
सरपंच एवं अन्य ग्रामवासियों ने यह भी आरोप लगाया है कि सचिव सरपंच से कोरे चेकबुक में हस्ताक्षर करवाकर मनमाने ढंग से राशि निकालते हैं और उस राशि का उपयोग किस मद में किया गया है, इसकी कोई जानकारी नहीं देते। इससे पंचायत के आर्थिक प्रबंधन में भारी अनियमितता की आशंका व्यक्त की गई है।
ग्रामवासियों का कहना है कि सचिव की कार्यशैली सरपंच की गरिमा को भी ठेस पहुँचाती है, और वह पंचायत के निर्वाचित प्रतिनिधियों को दबाव में रखने का प्रयास करता है। सचिव द्वारा सरपंच को कार्य संबंधी हस्ताक्षर हेतु बार-बार अपने निवास या बोड़ला बुलाना भी कार्यशैली में अनुशासनहीनता को दर्शाता है।
उक्त आवेदन पत्र में सरपंच, महिला एवं बाल विकास विभाग की सभापति, प्रेमसिंह नायक, घनश्याम नायक, फगनू, परस मरावी समेत अनेक ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं। सभी ने मिलकर सचिव को हटाकर किसी जिम्मेदार और ईमानदार सचिव की नियुक्ति की मांग की है ताकि ग्राम पंचायत के कार्यों का संचालन सुचारू रूप से हो सके।
गौरतलब है कि ग्राम पंचायत बोक्करखार जिला कबीरधाम के अंतिम छोर पर स्थित है, जहाँ अधिकांश आबादी विशेष पिछड़ी जनजाति एवं आदिवासी समुदाय से संबंधित है। ऐसे संवेदनशील क्षेत्र में विकास कार्यों की पारदर्शिता और जिम्मेदार प्रशासनिक व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है।
अब देखना यह है कि जिला प्रशासन ग्रामीणों की इस सामूहिक मांग पर क्या त्वरित निर्णय लेता है.