Coronavirus: ‘देश में 100 से अधिक वैक्सीन पर चल रहा है काम, एक साल में बनाने की कोशिश’


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नई दिल्ली. कोरोना वायरस की महामारी से दुनिया जूझ रही है। भारत सहित बड़ी संख्या में लोग इस बीमारी की वैक्सीन खोजने में लगे हुए हैं। गुरुवार को वीके पॉल (सदस्य- स्वास्थ्य, नीति आयोग) ने कहा कि कोरोना वायरस की लड़ाई वैक्सीन और दवाओं के माध्यम से जीती जाएगी। हमारे देश के विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान और फार्मा उद्योग बहुत मजबूत हैं।
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) प्रोफेसर के. विजय राघवन ने बताया कि वैक्सीन हम नॉर्मल लोगों को देते हैं न कि बीमार और किसी भी अंतिम स्टेज के मरीज को, इसलिए जरूरी है कि वैक्सीन की क्वालिटी और सेफ्टी को पूरी तरह से टेस्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि साधारणतः वैक्सीन 10-15 साल में बनती है और इसकी लागत 200 मिलियन डॉलर के करीब होती है। अब हमारी कोशिश है कि इसे एक साल में बनाया जाए, इसलिए एक वैक्सीन पर काम करने की जगह हम लोग एक ही समय में 100 से अधिक वैक्सीन पर काम कर रहे हैं।
साधारणतः वैक्सीन 10-15 साल में बनता है और इसकी लागत 200 मिलियन डॉलर के करीब होती है। अब हमारी कोशिश है कि इसे एक साल में बनाया जाए इसलिए एक वैक्सीन पर काम करने की जगह हम लोग एक ही समय में 100 से अधिक वैक्सीन पर काम कर रहे हैं: प्रोफेसर के. विजय राघवन https://t.co/QJ1UYOr7dS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 28, 2020