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कलेक्टर ने मदराकुही और घोटिया में धान संग्रहण केंद्र खोलने किया पत्राचार

धान भंडारण हेतु पर्याप्त क्षमता में धान संग्रहण केंद्र हो- कलेक्टर

केसीजी में अब तक 1 लाख 81 हजार 587 मेट्रिक टन हो चुका धान उपार्जन

अब तक 1लाख 6 सौ मेट्रिक टन धान का उठाव मिलर्स ने किया

अनुमति मिलने पर मदुराकुही और घोटिया में होगा धान भंडारण

खैरागढ़, 26 दिसंबर 2023// कलेक्टर गोपाल वर्मा ने जिले में धान भंडारण हेतु संग्रहण केंद्र की कमी को देखते हुए प्रबंध संचालक, छ.ग. राज्य विपणन सहकारी समिति मर्यादित, रायपुर को मदराकुही और घोटिया में धान संग्रहण केंद्र खोलने हेतु पत्राचार किया। खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में खैरागढ़ छुईखदान-गण्डई जिले में अब तक 1लाख 81 हजार 587 मेट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है।

धान भंडारण हेतु पर्याप्त क्षमता में धान संग्रहण केंद्र हो- कलेक्टर
कलेक्टर गोपाल वर्मा ने प्रबंध संचालक, छ.ग. राज्य विपणन सहकारी समिति मर्यादित, रायपुर को पत्राचार करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में धान भंडारण हेतु पर्याप्त क्षमता में धान संग्रहण केंद्र हो। विभागीय अधिकारियों ने जानकारी दी कि जिले में अब तक 1लाख 6 सौ मेट्रिक टन धान का उठाव मिलर द्वारा किया जा चुका है। मिलर द्वारा धान उठाव करने के उपरांत 80 हजार 987 मेट्रिक टन धान समितियों में उठाव हेतु शेष है।जिले में कुल 14 मिल पंजीकृत है। कम राईस मिल होने के कारण ओवर राईड डी०ओ० विकल्प का उपयोग करने के उपरांत भी जिले के 51 में से 47 समितियों में बफर लिमिट से अधिक धान भण्डारित हो गई है। इससे भण्डारण हेतु स्थान नही होने के कारण धान उपार्जन कार्य बंद करने की सूचना दी गई है।

अनुमति मिलने पर मदुराकुही और घोटिया में होगा धान भंडारण
जिला खाद्य अधिकारी भुनेश्वर चेलक ने जानकारी देते हुए बताया कि गत खरीफ वर्ष 2022-23 में धान भण्डारण हेतु 40 हजार मेट्रिक टन का लक्ष्य दिया गया था जिसके विरुद्ध 19 हजार 883 मेट्रिक टन का भण्डारण किया गया था। विगत खरीफ वर्ष 2022-23 में उपार्जित धान का उठाव जिले के मिलर्स के साथ अन्य 09 जिले के मिलर्स के द्वारा धान का उठाव किया गया है। वर्तमान में जिले के मिलर्स के अतिरिक्त मात्र रायपुर जिले के मिलर्स के द्वारा धान का उठाव किया जा रहा है। आगे बताया कि उपरोक्त परिस्थिति को देखते हुए जिले के धान संग्रहण केन्द्र मदुराकुही एवं घोटिया में धान भंडारण करने की आवश्यकता हुई है । उक्त केन्द्र मदुराकुही और घोटिया में धान भंडारण करने से जिले में शेष धान का भंडारण हो सकेगा। इससे किसानों को अपनी फसल का उचित मूल्य मिल सकेगा और उपार्जन कार्य भी सुचारू रूप से चल सकेगा।

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