शनिवार को बस्तामुक्त हुए बच्चे, मस्ती की पाठशाला में किया मजा

शनिवार को बिना बस्ता स्कूल पहुंचे स्वामी आत्मानंद स्कूल के विद्यार्थी , बैगलेस डे के दिन सीख रहे जीवन जीने की कला

बोड़ला। छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार स्कूलों में प्रत्येक शनिवार को बस्तामुक्त किया गया है। इस मस्ती की पाठशाला में स्वामी आत्मानंद स्कूल बोड़ला के सभी बच्चे बहुत ही उत्साहित दिखे।
दरअसल स्कूल शिक्षा विभाग ने तय किया है कि प्रत्येक शनिवार को बच्चों को बस्ता लेकर स्कूल नहीं जाना पड़ेगा। यानी यह दिन बस्ता रहित दिवस बैगलेस डे रहेगा। इस दिन बच्चे बिना बस्ते के ही पढ़ेंगे और यह पढ़ाई खेलकूद से लेकर तरह-तरह के रचनात्मक गतिविधियां, बौद्घिक विकास व क्षमता विकास पर्यावरण सुरक्षा, आत्मरक्षा, सांस्कृतिक गतिविधियां आदि पर लबरेज होगी।

नया सत्र 16 जून से प्रारंभ हो चुका है। बैगलेस डे निर्देश सभी स्कूलों में पहुंच चुका है। इसी निर्देश के परिपालन में 16 जुलाई को स्वामी आत्मानंद स्कूल बोड़ला में बैगलेस डे की मस्ती की पाठशाला खूब सुर्खियां बटोर रही हैं। बैगलेस डे के दिन स्कूल में शनिवार को प्रार्थना के बाद अलग-अलग समय में योग, व्यायाम, खेल, और एक दूसरे से सीखना तथा सांस्कृतिक और साहित्यिक गतिविधियां आदि में बच्चे मशगूल रहे।
स्वामी आत्मानंद स्कूल बोड़ला के प्राचार्य अश्वनी कुमार सोनी के नेतृत्व में स्कूल के स्टाफ को सतीश बंजारे, युवराज निर्मलकर, गीतिका, आशा सोनी, दास सर, जगतारण झारिया, अनीमा एक्का सहित सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाओं का सराहनीय योगदान रहा।
