बच्चों को दी गई वन संरक्षण की जानकारी,जंगल भ्रमण कर दिलाया गया सुरक्षा का शपथ।

बच्चों को दी गई वन संरक्षण की जानकारी,जंगल भ्रमण कर दिलाया गया सुरक्षा का शपथ।
AP न्यूज़ पंडरिया
पंडरिया-वन विभाग पंडरिया पूर्व द्वारा शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला डोमसरा तथा हाई स्कूल के छात्र-छात्राओं को वन मितान जागृति कार्यक्रम के अंतर्गत वनांचल का भ्रमण शनिवार को कराया गया।जिसमें विद्यालय के 60 बच्चे शामिल हुए।इसके अंतर्गत सर्वप्रथम मुनगाडीह जंगल में बांस के प्लांटेशन को दिखाया गया,जिसके बाद अनेक प्रजाति के पौधों के संबंध में जानकारी देते हुए पहचान कराया गया।मुनगाडीह में वनों की सुरक्षा कैसे करना है,पौधों से पेड़ बनने तक सुरक्षा किस प्रकार करनी है,इनके संबंध में बच्चों को बताया गया।वहीं पेड़ पौधों से होने वाले लाभ तथा संतुलित दोहन करने की जानकारी दी गई।
मुनगाडीह के पश्चात पास में स्थित कामठी में मंदिर दर्शन कराया गया।तत्पश्चात बदौरा जंगल ले जाया गया।बदौरा में रेंजर पूर्णिमा राजपूत द्वारा शासन द्वारा चलाये जा रहे वन मितान योजना के बारे में बताया गया।साथ ही वनों में आग न लगाने,पशु चारण, अवैध कटाई सहित वनों को नुकसान पहुंचाने वाले सभी गतिविधियों के संबंध में जानकारी दी गई।उन्होंने सभी बच्चों को वन मितान बनने की बात कहते हुए पर्यावरण को सुरक्षित रखने की अपील की।प्रधान पाठक मोहन राजपूत ने बच्चों को वनों से होने वाले लाभ के संबंध में बताते हुए कहा कि पेड़-पौधों व वन से स्थल,जल व वायु मंडल प्रभावित होता है।स्थल भाग में रहने वाले के लिए ऑक्सीजन,जड़ी-बूटी,औषधियाँ,इमारती लकड़ी मिलती है,वहीं वन्य प्राणियों के लिए आवास मिलता है।इसी प्रकार वन भूजल स्तर बढ़ाने में सहायता करता है तथा वायु प्रदूषण को कम करता है।उन्होंने बताया कि सभी जगह पेड़ – पौधों का महत्व है।बिना पेड़-पौधों के जीवन संभव नहीं है।कार्यक्रम में बच्चों ने बहुत ही रुचिपूर्वक वनों के संबंध में जानकारी प्राप्त की तथा पौधारोपण व पर्यावरण संरक्षण करने का शपथ लिया।इस दौरान प्रधान पाठक कुमुदिनी तिवारी, मोहन राजपूत,शिक्षक प्रवीण तिवारी, दुर्जन चन्द्राकर,वन विभाग के जितेंद बहादुर सिंह,चैन दास खूंटियाले,जोधन सिंह ठाकुर,संतोष साकत,सुदर्शन साहू,अरुण दुबे,संतोष शर्मा,श्रीराम गुप्ता सहित समस्त स्टॉप उपस्थित थे।
चित्रकला आयोजित की गई ; वन क्षेत्र भ्रमण पश्चात बदौरा रेस्ट हाउस के पास चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित किया गया जिसमें पर्यावरण संरक्षण से संबंधित चित्र बनाने का विषय दिया गया।बच्चों ने बड़े ही आकर्षण व पर्यवारण संरक्षण के उद्देश्यपूर्ण चित्र बनाये।जिसमे वन, जल व जीव जंतुओं से संबंधित समस्याओं व समाधान को बताया।