कवर्धा। कवर्धा का मिजाज शांति प्रिय समझा जाता था पर न जाने क्या ग्रहण लगा है कि आए दिन हत्या आत्महत्या जैसे घटना लगातार बढ़ रही है। हाल-फिलहाल तो ये आलम है कि हर दूसरे तीसरे दिन लोगों को मरने मारने का खबर प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सोशल मीडिया में छाया रहता है। कल भी एक बैगीन की मृत शरीर कोदवा के पास मिला है।
बहरहाल, हम बात कर रहे हैं कबीरधाम जिला पंचायत के CEO के सुरक्षा गार्ड कृष्ण कुमार साहू की जिनका जान जाना महज एक कागजों की फाइल मे ही सिमट तो नही जायेगा? सूत्रों की मानें तो सुरक्षा गार्ड कृष्ण कुमार साहू अपने सुरक्षा गन AK-47 से खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। अब सवाल यह पैदा होती है कि आखिर क्या कारण है जो कृष्णा कुमार साहू को गन से खुद पर गोली चलाना पड़ा। इस अनसुलझी गुत्थी पर पुलिस के द्वारा अभी तक पर्दा नहीं हटाया गया है। घटना दिनांक को अफसर द्वारा घटना स्थल पर सुसाइड नोट बरामद होने की जानकारी दी गई थी किंतु सुसाइड नोट में क्या तथ्य हैं इस पर अभी तक पुलिस द्वारा कोई जानकारी नहीं दी गई है। इस तरह के तमाम सवाल लोगों को सोचने पर मजबूर कर रहा है।
आपको बता दें कि कवर्धा के गंधमुनि नाम साहेब महाविद्यालय परिसर में सरस मेला का आयोजन किया गया है। उक्त मेला का आयोजक CEO संदीप अग्रवाल ही है, और आयोजन को लेकर मीडिया में अनेक सवाल उठे हैं। कुछ व्यापारियों ने चंदा के नाम पर राशि लेन देन का आरोप लगाएं है तो कुछ भाजपा के कार्यकर्ता के साथ पानी के लिए वाद-विवाद हुआ है। भाजपा कार्यकर्ता ने मीडिया को बताया कि अधिकारी द्वारा गाली गलौच के साथ धमकी दिया गया। ये पूरा मामला 28 फरवरी की रात का है, इस घटना के बाद वह कौन सा कारण है? जो गनमेन को आत्महत्या करना बताया जा रहा है। घटना के पीछे कही भाजपा नेता के साथ हुआ वाद विवाद तो बड़ा कारण नहीं है? इस सभी घटना के पीछे कृष्ण कुमार साहू को दोषी तो नही ठहराया गया? कहीं गनमैन साहू को प्रताड़ित तो नहीं किया गया? ये तमाम सवाल मृतक के परिजनों सहित स्थानीय निवासियों के जहन में है।
बहरहाल कबीरधाम पुलिस को गनमैन कृष्ण कुमार साहू के आत्महत्या मामले पर बारीकी से जांच करना चाहिए उनके आत्महत्या के कारणों पर बारीकी से जांच कर ऐसा क्या कारण था कि उन्हें इस तरह बड़ा कदम उठाना पड़ा इसका खुलासा किया जाना चाहिए।