कवर्धा में शांति, श्रद्धा और सुरक्षा के साथ मनाएं गणेश उत्सव — पुलिस-प्रशासन और गणेश समितियों की संयुक्त बैठक,

आगामी गणेश उत्सव को पूरी तरह शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित बनाने के लिए जिला कलेक्टर गोपाल वर्मा (IAS) एवं पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह के निर्देशन पर कोतवाली थाना परिसर में संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक में पुलिस व प्रशासनिक अमले के साथ गणेश उत्सव समितियों के पदाधिकारी और डीजे साउंड संचालक उपस्थित रहे। इस अवसर पर एसडीओपी कृष्ण कुमार चंद्राकर, नायब तहसीलदार विकास जैन और कोतवाली थाना प्रभारी लालजी सिंहा भी मौजूद रहे।

एसडीओपी श्री चंद्राकर ने कहा कि कानून-व्यवस्था के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं होगा। भीड़भाड़ वाले इलाकों में पुलिस की विशेष निगरानी रहेगी और बल की पर्याप्त तैनाती की जाएगी। डीजे और लाउडस्पीकर के संचालन को लेकर यह स्पष्ट निर्देश दिए गए कि केवल सूचना देने या पावती लेने से अनुमति मान्य नहीं होगी — इसके लिए एसडीएम कार्यालय से विधिवत अनुमति अनिवार्य होगी। निर्धारित ध्वनि स्तर और समय सीमा का सख्ती से पालन करना होगा, अन्यथा तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
नायब तहसीलदार विकास जैन ने आयोजकों से आग्रह किया कि गणेश उत्सव पूरी श्रद्धा और अनुशासन के साथ मनाया जाए। उन्होंने कहा कि पंडालों में फायर सेफ्टी, बिजली कनेक्शन की सुरक्षा, आपातकालीन निकास मार्ग और साफ-सफाई जैसे बिंदुओं को अनदेखा न किया जाए। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि प्रशासन की ओर से पीडब्ल्यूडी के ई एंड एम विभाग के इंजीनियर पंडालों की व्यवस्था का निरीक्षण करेंगे और जहां भी किसी प्रकार की कमी या सुरक्षा खतरे की आशंका होगी, वहां आवश्यक सुधार तत्काल कराए जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासन हर स्तर पर सहयोग करेगा, लेकिन नियमों के उल्लंघन पर किसी तरह की ढिलाई नहीं दी जाएगी।
बैठक में यह भी अपील की गई कि आयोजन के दौरान किसी की धार्मिक आस्थाओं को ठेस न पहुंचे और उत्सव पूरी श्रद्धा एवं गरिमा के साथ संपन्न हो। गणेश प्रतिमा स्थापना और विसर्जन के समय यातायात व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए समितियों से सहयोग की अपेक्षा की गई।
प्रशासन ने साफ कर दिया कि जो भी समिति या आयोजक नियम तोड़ेगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई तय है। बैठक में सभी समितियों से आपसी समन्वय और सहयोग बनाए रखने की अपील की गई, ताकि गणेश उत्सव श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जा सके, परंतु कानून-व्यवस्था और सुरक्षा के प्रति ज़रा भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साथ ही विसर्जन के दिन नशे की हालत में विसर्जन यात्रा में मारपीट, झगड़ा लड़ाई या शांति व्यवस्था भंग करने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।