कवर्धा जिला मुख्यालय से बुथ स्तर पर छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल धरना पर बैठे भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जमकर किया विरोध

कवर्धा जिला मुख्यालय से बुथ स्तर पर छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल धरना पर बैठे भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जमकर किया विरोध
भाजपा का प्रदेश स्तरीय अभियान- #भूपेश-हमे-भी-करो- गिरफ्तार : भाजपा

कवर्धा : कवर्धा जिला मुख्यालय से बुथ स्तर पर छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल घरना पर बैठे भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जम कर विरोध किया,भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं ने सांसद सन्तोष पांडे, जिला भाजपा अध्यक्ष अनिल सिंह,पूर्व विधायक अशोक सिंह, पूर्व विधायक मोती राम चन्द्रवँशी,द्वय जिला महामंत्री क्रांति गुप्ता,वीरेंद्र साहू, पूर्व जिला अध्यक्ष रामकुमार भट्ट एवं समस्त मण्डल अध्यक्ष और समस्त मोर्चा के अध्यक्ष के नेतृत्व में घर पर तख्ती पकड़ कर भूपेश बघेल मुख्यमंत्री के कृत्य की उजागर कर विभिन्न स्लोगन के साथ जोश खरोश शब्दो राज्य सरकार की निंदा की ,क्या होता है टूल किट : यह किसी भी संस्था के अभियान या आन्दोलन के लिए बनाये गए रणनीति का एक गुप्त दस्तावेज होता है. वर्तमान के डिजिटल समय में सोश्यल मीडिया की ताकत सबसे अधिक है और इसी मीडिया पर चलाया गया अभियान किसी सफलता की गारंटी जैसा हो गया है. हाल के सभी आन्दोलनों में खासकर अभी मोदी जी की सरकार को बदनाम करने के लिए किये गए कथित किसान आन्दोलन या शाहीन बाग़ आन्दोलन आदि में इसका प्रयोग किया गया है. इसके तहत कांग्रेस और तमाम भाजपा विरोधी समूंह गुप्त रणनीति बनाते हैं और मोदी जी को बदनाम करने के लिए देशद्रोही गतिविधियां तक करने से नहीं चूक रही हैं. ‘टूलकिट’ शब्द सोशल मीडिया के संदर्भ में ज़्यादा इस्तेमाल होता है, लेकिन इसमें सोशल मीडिया की रणनीति के अलावा धरना प्रदर्शन प्रोपगंडा दुष्प्रचार आदि के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है.
कांग्रेस ने इस बार भी एक गुप्त दस्तावेज़ अपने कार्यकर्ताओं और समर्थक बुद्धिजीवियों को भेज कर भारत को दुनिया भर में बदनाम करने, देश की छवि को खराब करने के लिए साज़िश रची थी. उस ‘टूल किट’ खुलासा कल-परसों हुआ है. हाल के महीनों में सोश्यल मीडिया में जितना भारत के खिलाफ दुष्प्रचार किया गया है, उनमें से अधिकांश इसी गुप्त दस्तावेज का हिस्सा थे, ऐसा साबित हुआ है.
पिछले अनेक दशकों से हम ऐसा देखते आ रहे हैं कि सत्ता में नहीं रहने पर कांग्रेस ऐसी चीज़ें करने लगती है जिसे हम सीधे-सीधे देशद्रोह कह सकते हैं. हाल के मामले देखें तो चाहे गलवान और डोकलाम मामले में चीन समर्थक स्टैंड लेने की बात हो या फिर कांग्रेस के नेता द्वारा पाकिस्तान जा कर वहां मोदी जी को हराने के लिए सहायता मांगने की, लगातार वह देश विरोधी हरकतें करते पायी गए है.
लेकिन कल कांग्रेस के जिस साज़िश का खुलासा हुआ है, उसकी निंदा के लिए जितने भी शब्द कहे जाएं वह कम है. मोदी जी और भाजपा के विरोध में इस हद तक कोई राजनीतिक पार्टी जा सकती है, सोच कर वितृष्णा हो रही है.
इस खुलासे के अनुसार कांग्रेस ने अपने समर्थकों-कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया था था कि :-
1. कोरोना के नए म्युटेन्ट को ‘इन्डियन स्टेंन’ कहा जाय. वायरस को ‘मोदी वायरस’ कहा जाय.
2. कोरोना से दिवंगत हो रहे लोगों के जलते शवों का नाटकीय प्रस्तुतीकरण किये जायें.
3. डेड बॉडी की फोटो लें और उसे विदेशी मीडिया को भेजा जाय.
4. कुम्भ को ‘सुपर स्प्रेडर’ के रूप में प्रस्तुत करना. कांग्रेस कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों से कुम्भ के बारे में बार-बार यह कहलवाया जाय.
5. विदेशी मीडिया में भारत की छवि अधिकाधिक खराब कैसे की जाय, इसके लिए कोशिश.
6. कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं को कहें कि वे कोरोना काल में अस्पतालों, दवाओं, ऑक्सीजन आदि पर कब्ज़ा करें. फिर लोगों को कांग्रेस से मदद मांगने के लिए कहना.
7. ऐसा करके जिस मरीज को सहायता उपलब्ध करायें उसे सोश्यल मीडिया पर कांग्रेस को धन्यवाद कहाये जायें. इसका प्रचार प्रसार किये जायें.
8. ऐतिहासिक नए संसद निर्माण यानी ‘सेन्ट्रल विस्टा’ को ‘मोदी महल’ कह कर प्रचारित करना.
9. इस दस्तावेज में कहते हैं ये – यह (कोरोना काल) हमारे लिए अवसर है कि हम मोदी की छवि को बर्बाद कर सकते हैं. साप्ताहिक पत्रिका में ऐसी स्टोरी प्रकाशित कराये जायें. आदि-आदि.
10. इसमें ख़ास कर यह भी दर्ज है कि लगातार मोदी को पत्र लिखते रहे जायें.
यह चौंकाने वाला है कि ऐसे समय में जब भारत कोविड से लड़ रहा है, कांग्रेस पार्टी भारत से लड़ रही है. सम्पूर्ण मीडिया में प्रसारित इस ‘टूल किट’ के बारे में बताने पर अब कांग्रेस बौखलाहट में भाजपा नेताओं पर शिकायत आदि दर्ज करा रही है.
इस संबंध में ट्वीट करने पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह जी के खिलाफ शिकायत की गयी है. हम यह कहना चाहते हैं कि कांग्रेस जो भी करे हम सच कहना नहीं छोड़ सकते. देश के छवि को इस तरह खराब करने और देश के दुश्मनों के हाथ में खेलने की कांग्रेसी साज़िश का हर स्तर पर मुकाबला किया जाएगा. कांग्रेस को अगर यही करना है तो वह करे, भाजपा का हर कार्यकर्ता कांग्रेस की हर प्रताड़ना झेलने तैयार है.
आप सबके सामने आ गए हैं सारे तथ्य कि सौम्या वर्मा जी ने इस गुप्त दस्तावेज़ को तैयार किया है. सौम्या कांग्रेस के सांसद और इसके रिसर्च विंग से जुड़ी हैं. ये कांग्रेस की घोषणा पत्र बनाने वाली टीम का हिस्सा रही हैं, इनका कार्यालय भी कांग्रेस नेता के घर में ही है. ऐसे सारे साक्ष्य भाजपा अब सार्वजनिक कर चुकी है. अब इस मामले में संदेह की रत्ती भर भी गुंजाइश बची नहीं है. यहां तक कि कांग्रेस रिसर्च विंग के राजीव गौड़ा ने स्वीकार भी कर लिया है कि ये दस्तावेज कांग्रेस ने बनाए हैं. सौम्या जी उन्हीं की सहयोगी हैं.
अफ़सोस है कि कांग्रेस के देशविरोधी षड़यंत्रों का पर्दाफ़ाश हो जाने के बाद भी जहां कांग्रेस को शर्मिन्दा होना चाहिए था, उसे जनता से माफी मांगनी चाहिए थी कि क्षुद्र लाभ के लिए उसने हमेशा की तरह देश को बदनाम किया है, लेकिन उलटे कांग्रेस छत्तीसगढ़ में सत्ता का दुरूपयोग कर हमारे नेताओं के खिलाफ ही अलोकतांत्रिक हमले पर उतारू हो गयी है.
इस संबंध में ट्वीट करने पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ पहले शिकायत और फिर अनेकानेक मुक़दमे कर दिए गए हैं. यह सीधे तौर पर कांग्रेस द्वारा अपने देशद्रोही आचरण को कायम रखने, विपक्ष की आवाज़ को आवाज़ को दबाने, अभिव्यक्ति की हमारी आज़ादी को ख़त्म करने और लोकतंत्र के ह्त्या की साज़िश है. भाजपा इसे कतई सहन नहीं करेगी. चाहे जितने भी दमन कर लें ये हम देशहित की आवाज़ को बुलंद करते रहेंगे.
इस कोरोना के समय जहां प्रदेश की सरकार को इलाज़, टीकाकरण आदि पर ध्यान देना था, वहां कांग्रेस इस तरह से अत्याचार और दमन में व्यस्त है. आपको ध्यान होगा, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ कांग्रेस द्वारा पूर्व में दायर मामले पर कांग्रेस को हाई कोर्ट की कड़ी फटकार मिली है. बिलासपुर हाइकोर्ट ने श्री पात्रा के खिलाफ दर्ज आपराधिक प्रकरण को रद्द कर दिया. साथ ही कोर्ट ने स्पष्ट माना है कि संबित जी के खिलाफ आपराधिक प्रकरण नहीं बनता. माननीय जज ने उस मुक़दमे में भी यही कहा कि राजनीतिक दबाव में यह मामला दर्ज किया गया है. ऐसे तमाम उदाहरण हैं जहां बार-बार भूपेश बघेल कोर्ट में भी मूंह की खाते रहे हैं लेकिन फिर सत्ता के घमंड में वैसे ही मुक़दमे के साथ पहुंच जाते हैं. कांग्रेस को न्याय व्यवस्था से लेकर लोकतंत्र और संविधान के प्रति भे न तो सम्मान है और न ही यह इनमें भरोसा करती है. देश भर में आपातकाल लगाने वाली कांग्रेस अब फिर उसी बर्बरता के साथ सामने है.
भाजपा के कार्यकर्ता हमेशा की तरह इसका जी-जान से विरोध करेंगे. कांग्रेस की तानाशाही और गुंडागर्दी किसी भी कीमत पर सहन नहीं की जायेगी. पार्टी के हर कार्यकर्ता-नेताओं ने कल से ही अभियान चला कर कांग्रेस को यह चुनौती दी है कि कांग्रेस के गुप्त दस्तावेज़ से संबंधित खबर को सभी भाजपा नेताओं ने ट्वीट और पोस्ट किया है. अगर यह करना अपराध है तो केवल डा. रमन सिंह जी के खिलाफ ही नहीं बल्कि हम सबके खिलाफ मुकदमा करे, हम सबको गिरफ्तार करे. भाजपा के लाखों कार्यकर्ता जेल जाने तोयार हैं.
कांग्रेस द्वारा रची गयी देश विरोधी साज़िश, लोकतंत्र की ह्त्या की कोशिश की भर्त्सना हम चुप नहीं बैठने वाले इस देश विरोधी पार्टी का पर्दाफ़ाश करने हम सब किसी भी लोकतांत्रिक हद तक जाने तैयार हैं।
