खैरागढ़/साल्हेवारा:- मगुरदा नदी पार करने आदिवासी बैगा पिछड़ा जनजातियों के कंधे पर बाइक सवार।

मगुरदा नदी पार करने आदिवासी बैगा पिछड़ा जनजातियों के कंधे पर बाइक सवार।
जल्द ब्रिज निर्माण एवं प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनाई जाये
खैरागढ़/साल्हेवारा – वनांचल क्षेत्र साल्हेवारा के चोभर ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम बगार झोला से कल्लेपानी के बीच मगुरदा नदी है जहां पर आदिवासी बैगा पिछड़ा जनजातियों का आवागमन रहता है । ग्राम पंचायत चोभर राशन लेने आना पड़ता है ।बीहड़ जंगल में निवासरत आदिवासियों को बरसात के मौसम पर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
देखे महिलाएं सर पर चांवल की बोरी रखें नदी पार करती है वहीं आदिवासी बैगा युवक मोटर साइकिल को बल्ली के सहारे तीन व्यक्तियों के द्वारा कंधे पर उठाकर पार किया जा रहा है ।कितनी दयनीय स्थिति है 77 साल आजादी के बीत जाने के बाल भी आदिवासियों को 10 से 15 किलोमीटर पैदल चलकर नदी पार कर राशन एवं अन्य घरेलू सामाग्रियों के लिए आना जाना होता है।
मगुरदा नदी में बीते वर्षों से इसी जगह पर नदी पार करते कई लोगों की बह जाने से मौत हो गई है ।पर सरकार इसमें कोई ठोस कदम नहीं उठाया जबकी पिछले कईयों वर्षों से पुल की मांग किया जा चुका है। बरसात के दिनों में बगारझोला का एक मोहल्ला मरकाटोला जो नदी के उस पार में है।वही से कल्लेपानी भी जाना होता है।बैगा साल्हेवारा से कल्लेपानी रोड का निर्माण किया गया है। लेकिन बीच में पंडरी पानी पर यही मगुरदा नदी इतना ही बड़ा और पड़ता है जिससे आदिवासियों को राशन लेने चोभर ही जाना होता है।जिसकी लंबाई 24 किलोमीटर है लेकिन वहां से भी कोई समस्या का समाधान नहीं हो पाता क्योकि पंडरी पानी नदी के कारण डामरीकरण करण रोड भी ब्यर्थ है।अब सीधे बाइक से आना होगा तो बकरकट्टा से रामपुर से चोभर जिसकी दुरी 40 किलोमीटर दूर है।रोड निर्माण के पहले ब्रिज या पुलिया बनाया जाता है लेकिन इन माप दंडो को दरकिनार कर रोड बना दिया है लेकिन पुलिया ब्रिज नहीं बना है ।बगारझोला से कल्लेपानी रोड निर्माण एवं मगुरदा नदी पर ब्रिज एवं पंडरी पानी मगुरदा पर ब्रिज जल्द बनवाया जाना चाहिए जिससे आदिवासी बैगा पिछड़ा जनजातियों को सर्व सुलभ सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है। अन्यथा लोग ऐसी हिचकोले खाते कंधे पर बोझ ढोते जानवरों की तरह जिंदगी गुजार रहे हैं। संबंधित अधिकारियों एवं क्षेत्रीय विधायक इस विकराल समस्या को जल्द दूर करने ब्रिज निर्माण की स्वीकृति दिलाई जाने की पहल की जाये।इसकी मांग ग्राम पंचायत चोभर के यूवा सरपंच गणेश धुर्वे एवं बगारझोला एवं कल्ले पानी के ग्रामीणों ने कई बार मांग कर चुके हैं। शासन प्रशासन इसकी ओर ध्यान दे।