भोरमदेव बर्ड सर्वे की रिपोर्ट में खुलासा, भोरमदेव अभ्यारण्य में 52 प्रजातियों के पक्षी हुए कम.

भोरमदेव बर्ड सर्वे की रिपोर्ट में खुलासा, भोरमदेव अभ्यारण्य में 52 प्रजातियों के पक्षी हुए कम.

कवर्धा/AP न्यूज़ । Bhoramdev Sanctuary birds survey 2024: भोरमदेव बर्ड सर्वे का समापन सोमवार 10 जून को हुआ। भोरमदेव बर्ड सर्वे की शुरुआत 8 जून को हुआ था। इसमें 90 प्रतिभागियों एवं बर्ड गाइड ने भाग लिया। भोरमदेव अभ्यारण्य में हुए बर्ड सर्व में 52 प्रजातियों के पक्षियों की कमी पाई गई है। जूलाजिकल सर्वे आफ इंडिया ने अभ्यारण्य में 195 प्रजातियों को पाया था। वर्तमान में किए सर्वे में 143 प्रजातियों के पक्षी पाए गए हैं। इसका कारण गर्मी में बर्ड सर्वे करना हो सकता है। क्योंकि इस मौसम में प्रवासी पक्षी यहां से लौट जाते हैं। जिनकी संख्या और भी ज्यादा होती। इसमें प्रतिभागी प्रदेश के अलावा, मप्र, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा से थे। इसमें प्रदेश के कवर्धा, बिलासपुर, रायपुर, बस्तर जिलों के लोग शामिल थे।


बर्ड गाइड के लिए गिधवा परसाद एवं जंगल सफारी में कार्यरत पक्षी विशेषज्ञों को बुलाया गया था। जिन्हें प्रत्येक ग्रुप में एक या दो की संख्या में शामिल किया गया था। बर्ड सर्वे (Bhoramdev Sanctuary birds survey 2024) का आयोजन इस हेतु किया गया था कि हमें ज्ञात हो सके की संपूर्ण अभ्यारण क्षेत्र में वर्तमान में कितने प्रजातियां की पक्षी निवासरत हैं। इस हेतु उपस्थित हुए प्रतिभागियों को 15समूहों में विभाजित किया गया था साथ ही पूरे अभयारण्य में 30 गस्ती मार्गो का चयन किया गया था। 15 मार्गों में सुबह एवं 15 मार्गों में शाम को बर्ड सर्वे का कार्य किया गया।

सर्वे की रिकॉर्डिंग इलेक्ट्रॉनिक एवं तैयार किए गए चेकलिस्ट में भी की गई। चेकलिस्ट में अभयारण्य में पूर्व से ज्ञात 195 पक्षी प्रजातियों की सूची दी गई थी। जैसे-जैसे पक्षी प्रेमियों द्वारा नई स्पीशीज देखी जाती गई वैसे-वैसे उनके द्वारा चेक लिस्ट में टीक किया गया। साथ ही यदि कोई प्रजाति चेक लिस्ट में नहीं थी तो उसका नाम लिस्ट के अंत में जोड़ा गया। पक्षी प्रेमियों को प्रकृति की गोद में अभयारण्य क्षेत्र में बने वनरक्षक आवास या पेट्रोलिंग कैंपों में ही रोका गया। जिससे कि उन्हें वन कर्मियों के जीवन के विषय में भी अनुभव प्राप्त हो सके।

समापन समारोह में पक्षी प्रेमियों से अनुभव साझा करने हेतु भी कहा गया जिसमें सभी पशु पक्षी प्रेमी संतुष्ट नजर आए एवं उनके द्वारा अभयारण्य द्वारा आयोजित की गई बर्ड सर्वे कार्यक्रम की सराहना की गई एवं भविष्य में भी ऐसे आयोजन करते रहने हेतु निवेदन किया गया।

बर्ड सर्वे के दौरान संकलित किए गए डाटा का विस्तृत अध्ययन अभी नहीं किया गया है किंतु फौरी तौर पर देखा गया है कि लगभग 143 विभिन्न पक्षी की प्रजातियोंं (Bhoramdev Sanctuary birds survey 2024) की रिपोर्टिंग प्रतिभागियों द्वारा की गई है। वर्तमान में यह संख्या कम प्रतीत हो रही है क्योंकि जूलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया के द्वारा अभ्यारण में 195 प्रजातियों की रिपोर्टिंग की गई थी।

ऐसा इसलिए प्रतीत हो रहा है क्योंकि यह सर्वे ग्रीष्म ऋतु में आयोजित किया गया है और ग्रीष्म ऋतु में माइग्रेटरी बर्ड्स नहीं देखे जा सकते यह 143 प्रजातियां अभयारण्य की स्थाई प्रजातियां हैं माइग्रेटरी बर्ड्स जो अभ्यारण में आते हैं उनके अध्ययन हेतु भी भविष्य में शीत ऋतु में पुन: बर्ड सर्वे का आयोजन किया जाए तो बेहतर होगा जिससे यह आंकड़ा 250 के आसपास पहुंचने की संभावना है।

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