जिले में चौथे दिन एक अनोखे अंदाज में निकाली गई किसान अधिकार पदयात्रा
बोड़ला :- केंद्र सरकार के तीन कृषि काले कानून बिल के खिलाफ भारत के कोने कोने में आंदोलन चल रहा है किसान आमजन लोग दिल्ली पहुंच कर वृहद आंदोलन कर कृषि विधेयक बिल वापस लेने की मांग कर रहे हैं भारत के सभी प्रदेश सभी जिलों में अलग-अलग तरीकों से केंद्र सरकार का विरोध कर उनको घेरा जा रहा है एवं अनेकों प्रकार से आंदोलन किया जा रहा है, कबीरधाम जिले में भी लगातार जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नीलू चंद्रवंशी के नेतृत्व में 22 किलोमीटर पैदल चलकर गांव गांव पहुंचकर चौक चौराहों में सभा और अनेक प्रकार के पोस्टर पंपलेट बांटकर कार्यकर्ताओं एवं क्षेत्रीय किसानों के माध्यम से प्रत्येक घर के हर एक नागरिक को जागरूक कर उनका समर्थन लेकर उनको अपने साथ किसान अधिकार पदयात्रा में शामिल कर आगे बढ़ा जा रहा लगातार चौथे दिन नीलकंठ चंद्रवंशी अपने साथी कार्यकर्ताओं के साथ 22 किलोमीटर पैदल चले, जिसमें वे पोंडी से पदयात्रा का शुरुआत करते हुए सिल्हाटी खड़ौदा कला,कारेसरा, खरहट्टा, बंजारी चौक,गंडई कला,गंडई खुर्द, कुसुमघटा, नेउरगाव कला,तरेगांव मैदान, लालपुर कला होते हुए बोड़ला नगर और गांव में पहुंच कर केंद्र मैं बैठे मोदी सरकार के द्वारा किया जा रहा किसानों के साथ छल को लोगों को बता कर उन्हें जागरूक किया । साथ ही पदयात्रा भी सभी दिनों से हटकर एक अलग इतने अंदाज में था, जिसमें एक बैलगाड़ी में मोटरसाइकिल और रसोई गैस की टंकी के साथ डीजे बजाकर पूरे क्षेत्र में भ्रमण किया गया। साथ ही ग्राम कुसुमघटा में किसानों एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा कृषि कानून बिल के विरोध में केंद्र के मोदी सरकार का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया गया। श्री चंद्रवंशी जी ने सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को ऐसी क्या नौबत आन पड़ी के वो किसानों से बिना पूछे या बिना आवश्यकता के कृषि काला कानून लेकर आए, इससे साफ साबित होता है, कि मोदी सरकार बड़े-बड़े उद्योगपतियों व्यापारियों की कठपुतली बन चुकी है और उनको लाभ पहुंचाने के लिए एवं किसानों को निजीकरण के फंदे में फंसाकर कॉर्पोरेट कंपनियों को लाभ पहुंचा कर अपना उल्लू सीधा करना चाहती हैं । देशभर में वृहद किसान आंदोलन होने के उपरांत भी मोदी सरकार द्वारा कृषि विधेयक बिल वापस नहीं लिए जाने यह स्पष्ट होता है कि भाजपा एक किसान विरोधी पार्टी है, किसानों का खून चूसने वाले पार्टी है और इसकी सरकार में किसानों और गरीब छोटे तबके के बंधवा मजदूर का शोषण होता ही है, उन्होंने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि अब आगे यदि जब भाजपा के नेता एवं कार्यकर्ता आपके ग्राम में वोट मांगने आएंगे तो उनसे पूछना कि किस से पूछ कर उन्होंने कृषि विधेयक बिल लाया और दिल्ली में आंदोलन करते हुए इतने किसानों के शहीद हो जाने के उपरांत भी क्यों कृषि काला कानून बिल वापस नहीं लिया गया। पदयात्रा में मुख्य रूप से नीलू चंद्रवंशी, ब्लाक अध्यक्ष श्री पीताम्बर वर्मा जी जिला अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी कवर्धा, महिला जिला अध्यक्ष गंगोत्री योगी, ब्लॉक अध्यक्ष बोडला पीतांबर वर्मा, ईश्वर शरण वैष्णव, जोहन खांडे, सावित्री साहू, राजकुमार तिवारी, जिला मीडिया प्रभारी कांग्रेश चोवा राम साहू, राजेंद्र द्विवेदी, नीलकंठ साहू, जलेश्वर राजपूत, मुखी राम मरकाम, तुलसी पटेल, अजहर खान, गिरीश चंद्रवंशी, रामचरण पटेल, अमरचंद वर्मा, खगेश चंद्रवंशी, दिलीप साहू, राजेंद्र साहू, बंटी खान, कृष्णा कुमार नामदेव, रामचरण साहू, रमाकांत शुक्ला, छवि वर्मा, सनत जयसवाल, गोपाल चंद्रवंशी, टीकम शर्मा, नारद चंद्रवंशी, मन्नू चंद्रवंशी, डकोर चंद्रवंशी, सूरज वर्मा, रवि अवस्थी, अमित वर्मा, पदमा राजपूत, दीपक माकरे, अजीत साहू, मनजीत खान, लक्ष्मण चंद्रवंशी, रिंकू खान, राजू चंद्रवंशी, धनराज वर्मा, छोटू वर्मा, परमेश्वर मानिकपुरी, दुलराखन गेंडरे, गुड्डू मिस्त्री, जलेश्वर लांजी, कजरू टंडन, मणिकांत त्रिपाठी, लक्ष्मण चंद्रवंशी, सतपाल वर्मा, संतोष अवस्थी, नाजा सिंह धुर्वे,जागू राम, ओम प्रकाश शर्मा, परमानंद वर्मा, दिनेश जोशी, शिव भगत पात्रे, जलेश जयसवाल, अहमद खान, मनहरण चंद्रवंशी, यशवंतपुर कुर्रे, दिनेश वर्मा, त्रिलोकी लहरें, भरत गुप्ता, रामेश्वर यादव, सुखनंदन निर्मलकर, नरेश निर्मलकर, विवेकानंद चंद्रवंशी, संतोष वर्मा, उत्तर साहू, अजय गुप्ता, बृजेश पाठक, कृतिका कश्यप, ललिता कुर्रे, संतोषी साहू, दुवासिया चंद्रवंशी, शशि देवी कुर्रे,अफजल खान सहित हजारों की संख्या में क्षेत्र के किसान काँग्रेस कार्यकर्ता एवं आमजन सम्मिलित रहे।