

ये मुद्दा तब उठा जब सौरव दास नामक एक व्यक्ति ने शिकायत की, जिसमें कहा गया है कि संबंधित प्राधिकरण- एनआईसी, राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस डिवीजन (एनईजीडी) और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय – ये जानकारी देने में विफल रहे कि आरोग्य सेतु ऐप का निर्माण किसने किया।
