दिगर राज्य से भटक कर आयी एक बालिका जो डरी सहमी सी पंडरिया बस स्टैंड में मिली..सुरक्षा की दृष्टि से भेजा गया सखी सेंटर

दिगर राज्य से भटक कर आयी एक बालिका जो डरी सहमी सी पंडरिया बस स्टैंड में मिली..सुरक्षा की दृष्टि से भेजा गया सखी सेंटर
AP न्यूज़ पंडरिया
पण्डरिया पुलिस ने दी मानवता का परिचय।
दिगर राज्य से भटक कर आयी एक बालिका जो डरी सहमी सी पंडरिया बस स्टैंड में मिली।
पंडरिया पुलिस ने बालिका की ली सुध।
सुरक्षा की दृष्टि से भेजा गया सखी सेंटर।
पण्डरिया पुलिस परिजनो की पता तालश में जुटी।
थाना पंडरिया क्षेत्राअंतर्गत का मामला सामने आया कि एक बालिका जिसकी उम्र लगभग 13-14 साल की है, जो बस स्टेंड पंडरिया में डरी सहमी सी घुम रही है, जो न तो किसी से बात करती है, और न कुछ बोल पा रही है, बस शिशकते हुए एक टक आशा भरी निगाहों से देखती रहती है। कि सूचाना पाकर तत्काल थाना से टीम रवाना होकर बताये स्थान पर जाकर देखे तो एक बालिका घबराई हुई बैठी मिली। जिसे पुलिस थाना पंडरिया की टीम थाना लेकर आये और उस बालिका को पहले मुह हाथ धुलाकर नास्ता कराया गया फिर उक्त बालिका से धीरे-धीरे बातचीत करने की कोशिश किया गया जो काफी टाईम तक बोलने बताने से घबरा रही थी, फिर धीरे से डरी घबराई सी बोलना चालू कि जिसमें उससे नाम पता पूछने पर अपना नाम सध्या बाताई पिता का नाम पूछने पर पिता का नाम भिखू बताई गांव का नाम पटखोली बगान बताती है। व माता-पिता को कुर्सी बुनने का काम करना बताती है कि सारी बातो को ध्यान में रखकर तत्काल मामले की गंभीरता को देखते हुए ममले की जानकारी वरिष्ट अधिकारियो श्रीमान पुलिस अधीक्षक डॉ0 लाल उमेंद सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर रावटे जिला कबीरधाम तथा पुलिस अनुविभागीय अधिकारी पंडरिया पंकज पटेल को अवगत करा वरिष्ठ अधिकारी गणों के मार्गदर्शन प्राप्त कर पंडरिया पुलिस द्वारा सर्वप्रथम बालिका की सूरक्षा को ध्यान में रखते हुए सखी वन स्टाप सेंटर कवर्धा में जरिये महिला अधिकारी सउनि0 उमा उपाध्याय, आर.829 द्वारिका चंद्रवंशी, 442 प्रभाकर बंछोर, 959ओमप्रकाश के दाखिला कराया गया एवं उक्त बालिका के परिजनो का पता तलाश कर बालिका को उसके परिजनो से मिलाने का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है ताकि बालिका को पुनःपरिजनो को सुपुर्द किया जा सके उक्त कार्यवाही में सउनि0 उमा उपाध्याय, आर.829 द्वारिका चंद्रवंशी, 442 प्रभाकर बंछोर, 959ओमप्रकाश का विशेष योगदान रहा।