ChhattisgarhGaurela-Pendra-Marwahi
मानव तस्करी का गढ़ बनते जा रहा है छत्तीसगढ़


गौरेला पेंड्रा मरवाही गांव के भोले भाले लोगों को बोर मशीन में काम दिलाने के नाम पर कर्नाटक भेजा गया जहां 2 महीने काम करने के बाद लोगों को पेमेंट नहीं किया गया साथियों के साथ हाथापाई की नौबत भी आई वहां से 13 लोगों की टीम भूखे प्यासे पैदल अपने गांव के लिए कुछ कर गए दिन की यात्रा भरी सफर के बाद आज वह अपने गांव दमदम पहुंचे हैं उन्होंने हमारे संवाददाता को अपनी आपबीती बताते हुए कहां की सफर में भूखे प्यासे चलते उनके तबीयत खराब हुई हो गई थी रास्ते में एमएलए के द्वारा उनको सहायता राशि दी गई तब कहीं जाकर वह लोग अपने ग्राम पहुंचे
