गांधी जयंती के अवसर पर हरिॐ इंस्टीट्यूट सहसपुर लोहारा द्वारा सेमिनार का किया गया आयोजन

गांधी जयंती के अवसर पर हरिॐ इंस्टीट्यूट सहसपुर लोहारा द्वारा सेमिनार का किया गया आयोजन

सहसपुर लोहारा । भारत देश के पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री जी एवं अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी जी के जयंती के अवसर पर आज हरिॐ इंस्टीट्यूट सहसपुर लोहारा में सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का संचालन हितेश्वरी साहू ने शानदार अंदाज में किया। सेमिनार में बेसिक कम्प्यूटर कोर्स केे 13 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के प्रारंभ का राकेश वर्मा के भाषण से हुआ। राकेश ने MBA चायवाला श्री प्रफुल्ल जी की कहानी बताते हुए कहा कि हमारे जीवन में भी उतार-चढ़ाव आते रहेंगे परन्तु हमें अपना लक्ष्य निर्धारित कर सतत् उसको पाने के लिए ही प्रयत्न करते रहने से सफलता अवश्य मिलता है।
तोषन साहू ने वर्डपेड की उपयोगिता बताया। कौशल झारिया ने समय का महत्व। कात्यायनी श्रीवास ने आउटपुट डिवाइस को विस्तार से समझाया। दीपेश सोनी ने महात्मा गांधी जी के जीवनी। पायल साहू ने माइक्रोसाफ्ट वर्ड की उपयोगिता, फॉन्ट, फार्मेटिंग के तरीके और डाक्यूमेन्ट बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए बताया।
दामेश्वर पटेल ने नोटपेड। जीवन मेरावी ने लालबहादुर शास्त्री जी का जीवनी। इंद्रेशकुमार निर्मल कर ने “अंहिसा और सत्य” का गांधी जी के जीवन में प्रभाव। मंजेश झारिया ने स्वच्छ भारत अभियान में युवाओं को शामिल होने का आह्वान किया और पालिथीन प्रयोग ना करने पर जोर दिया।
यशवंत झारिया ने छत्तीसगढ़ की 42 जनजातियों के नाम, जनसंख्या, किस जिले में कौन से जनजाती के लोग निवास करते हैं विस्तार से बताया। हितेश्वरी साहू ने डिस्प्ले प्रापर्टिज को विस्तार से बताया। सेमीनार के अंत में हरिॐ इंस्टीट्यूट के संचालक विजय शर्मा ने बेसिक कम्प्यूटर कोर्स पूर्ण कर चुके टिकेश्वर साहू और पेखन साहू को सर्टिफिकेट प्रदान किया।



