जिस मंत्री की विकास ने की थी थाने में हत्या, उनके भाई ने एनकाउंटर पर दी ये प्रतिक्रिया


Image Source : PTI
कानपुर. विकास दुबे को आज सुबह एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया। हिस्ट्रीशीटर विकास के एनकाउंटर पर लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। विकास दुबे ने साल 2001 में शिवली पुलिस स्टेशन के अंदर तत्कालीन राज्य मंत्री संतोष शुक्ला की होली मार कर हत्या कर दी। शुक्रवार सुबह हुए विकास के एनकाउंटर पर संतोष शुक्ला के भाई मनोज शुक्ला ने कहा, “मुझे न्याय मिलने में19 साल लगे। जिन परिवार के लोगों की उसने हत्या की वो सब लोग आज कहीं न कहीं प्रसन्न हैं। माननीय योगी जी की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है। उनका धन्यवाद।”
Everyone, whom he committed a crime against, is happy. It took 19 yrs for me to get justice. He could’ve been sent to jail then&families wouldn’t have been destroyed: Manoj Shukla, brother of Santosh Shukla (BJP MoS killed by #VikasDubey inside a police station in Shivli in 2001) pic.twitter.com/TOFar4xrDG
— ANI UP (@ANINewsUP) July 10, 2020
आपको बता दें कि कुख्यात अपराधी एवं कानपुर के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले का मुख्य आरोपी विकास दुबे शुक्रवार सुबह कानपुर के भौती इलाके में कथित पुलिस मुठभेड़ मे मारा गया। पुलिस के अनुसार उज्जैन से कानपुर लाते समय हुए सड़क हादसे में एक पुलिस वाहन के पलटने के बाद दुबे ने भागने का प्रयास किया।
पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने बताया कि सड़क हादसे के बाद दुबे ने मौके से भागने का प्रयास किया, जिसके बाद हुई मुठभेड़ में वह मारा गया। वहीं, पुलिस वाहन पलटने से पुलिस निरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मी घायल भी हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर है। कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने बताया कि सड़क दुर्घटना सुबह हुई।
उन्होंने कहा ‘‘तेज बारिश हो रही थी। पुलिस ने गाड़ी तेज भगाने की कोशिश की जिससे वह डिवाइडर से टकराकर पलट गयी और उसमें बैठे पुलिसकर्मी घायल हो गये। उसी मौके का फायदा उठाकर दुबे ने पुलिस के एक जवान की पिस्तौल छीनकर भागने की कोशिश की और कुछ दूर भाग भी गया।’’
कुमार ने कहा, ‘‘तभी पीछे से एस्कार्ट कर रहे एसटीएफ के जवानों ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की और उसी दौरान उसने एसटीएफ पर गोली चला दी जिसके जवाब में जवानों ने भी गोली चलाई और वह घायल होकर गिर पड़ा। हमारे जवान उसे अस्पताल लेकर गये जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।’’