प्रदेश में अमानक बीज और खाद के लिए कौन जिम्मेदार: कौशिक


रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि प्रदेश की सरकार ने खुद ही स्वीकार किया है कि 42 बीज व 45 रासायनिक उर्वरक के नमूने अमानक श्रेणी के है। इस बात को लेकर हम लंबे समय से कह रहे थे कि अमानक बीज व खाद प्रदेश के सभी जिलों में बेचा जा रहा है। इससे किसानों को नुकसान हो रहा है। इस पर प्रदेश सरकार की जरा भी चिंता नहीं कर रही है। प्रदेश में अमानक बीज और खाद के लिए कौन जिम्मेदार हैं?
कौशिक ने आरोप लगाया है कि इस बात खुलासे के बाद अब तय हो गया कि पूरे प्रदेश में सरकार के संरक्षण में ही गिरोह काम कर रही है। इसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। प्रदेश की सरकार इस बात की दावा करती है कि यह किसानों की हितैषी सरकार है,लेकिन ये वह सरकार है जो किसानों को खाद-बीज तक असली नहीं दिलवा पर रही है। अब तो हालत इतने गंभीर हो गए है कि खरीफ फसल की बोआई में किसान जुटे है तो सहकारी समितियों के करीब 12 हजार कर्मचारी हड़ताल पर है। प्रदेश के सभी जिलों में खाद की आपूर्ति नहीं होने से किसान परेशान और चिंतित है। इसके साथ ही प्रदेश में प्रतिबंधित कीटनाशक बेच जा रहा है। इस पर केन्द्र सरकार ने प्रतिबंध लगाया है। उसके बाद प्रदेश में यह कीटनाशक किस कारणों से बेचा जा रहा है। यह समझ से परे है।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश में खाद की तस्करी अन्य राज्यों में हो रही है। इस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। प्र्रदेश सरकार ने अपने पंसदीदा लोगों को इस कार्य में लगाया है। हाल के दिनों में किसानों व हमारे पार्टी के कार्यकर्ताओं ने करीब 350 बोरी यूरिया खाद तस्करी करते पकड़ा था। इस तरह से पूरे प्रदेश से खाद अन्य राज्यों में तस्कर ले जाकर ऊंचे दाम पर बेच रहे हैं,लेकिन प्रदेश की सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। इस अवैध कारोबार में प्रदेश सरकार की मौन सहमति है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री केन्द्र सरकार को पत्र लेखन स्पर्धा छोड़कर प्रदेश के किसानों के हितों में वादा के मुताबिक कार्य करें तो बेहतर होगा।