कर्ण रोग जांच एवं उपचार पर ज़िला अस्पताल में हुआ विशेष शिविर का आयोजन,शिविर में हुई 96 लोगों की हुयी कान की स्क्रीनिंग


जगदलपुर । राष्ट्रीय बधिरता रोकथाम एवं नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले में कर्ण देखभाल जागरूकता पखवाड़ा 3 मार्च से 10 मार्च तक मनाया जा रहा है। इस दौरान जिला अस्पताल जगदलपुर में मंगलवार को निःशुल्क कर्ण रोग जांच ,उपचार एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर 96 लोगों के कान की स्क्रीनिंग की गई । इस स्क्रीनिंग का उद्देश्य जन समुदाय में कान की समस्याओं को जांचना और उसके प्रति जागरूकता लाना था। शिविर में आए लोगो को कान रोग से बचाव और उपचार से संबंधित जानकारी भी दी गई । स्क्रीनिंग कार्यक्रम की जानकारी देते हुए ऑडियोलॉजिस्ट प्रतिभा साहू ने बताया, ”राष्ट्रीय बधिरता रोकथाम एवं नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत कान की सामान्य और जटिल समस्याओं की स्क्रीनिंग के लियें निशुल्क जांच शिविर का आयोजन किया गया था। जांच शिविर में सभी आयु वर्ग के लोग आए हुए थे जिनमें बुजुर्ग वर्ग की अधिकता रही। शिविर में 96 लोगों के कानों की जांच, 45 लोगों को पीटीए (प्योरटोन ऑडियोमेट्री) जांच की गई । 6 लोगों को श्रवण सहयोगी यंत्र ट्राईल के रूप में दिया गया। जांच के लिए आए 20 लोगों के कान का वैक्स निकाला गया एवं कुछ लोगों को बीईआरए टेस्ट के लिए निश्चित दिवस पर अलग से बुलाया गया है। शिविर में जांच हेतु आए सभी लोगो को बताया गया कि किसी भी स्थिति में कान में पानी जाने न दे और न ही किसी भी प्रकार का तरल पदार्थ डाले। मवाद को साफ नरम कपड़े से सफाई करें। मवाद में बदबू होना या खून आना गम्भीर रोग के लक्षण हो सकते है, कान में मवाद आते रहने से बहरापन हो सकता है इसे नजरअंदाज न करें । ऐसी समस्या होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच अवश्य कराएं। कान से सम्बंधित रोग के लक्षण कान में दर्द होना या भारी-भारी लगना, कान में मैल भर जाना, जन्म से न सुन पाना, कान में घण्टियों के भिनभिनाने की आवाज सुनाई देना, बढ़ते उम्र के साथ सुनाई नही देना, किसी आवाज को समझने में कठिनाई होना। कान में परेशानी के कारण अत्यधिक शोर, हॉर्न,लाउडस्पीकर,तेज आवाज में संगीत,पटाखे,कान में संक्रमण जैसे मवाद आना,कान का दर्द,कान में मैल का अधिक होना दुर्घटना के समय सर या कान में चोट मस्तिष्क ज्वर मेनिन्जाईटिस के कारण भी कान में सुनाई की शिकायत हो सकती है । भारत सरकार और छत्तीसगढ़ शासन स्तर से कोविड-19 महामारी से सुरक्षा के लियें जारी दिशा-निर्देशों का गतिविधियों के दौरान कड़ाई से पालन कर शिविर का आयोजन किया गया।