Cyclone Amphan: पीएम मोदी ने ओडिशा के लिए ₹500 करोड़ की अग्रिम सहायता राशि की घोषणा की


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भुवनेश्वर. पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के साथ चक्रवात अम्फान प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद पीएम मोदी ने सीएम पटनायक और अन्य अधिकारियों के साथ चक्रवात अम्फान की स्थिति को लेकर बैठक की।इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि तत्काल आवश्यकता को देखते हुए हमने 500 करोड़ रुपये एडवांस व्यवस्था के तौर पर ओडिशा को देने का फैसला किया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और राज्य में चक्रवात में गंभीर रूप से घायल लोगों को 50,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।
#WATCH: PM Modi conducted aerial survey of areas affected by #CycloneAmphan in Odisha today. CM Naveen Patnaik&Guv Ganeshi Lal also accompanied. Financial assistance of Rs 500 Cr announced for state, ex-gratia of Rs 2 lakh to next of kin of deceased&Rs 50,000 to seriously injured pic.twitter.com/XiUyIfrKDx
— ANI (@ANI) May 22, 2020
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने चक्रवात से प्रभावित पश्चिम बंगाल को एक हजार करोड़ रुपये की अग्रिम मदद देने की शुक्रवार को घोषणा की। चक्रवाती तूफान के चलते राज्य में कम से कम 77 लोगों की जान चली गई और राजधानी कोलकाता समेत कई दक्षिणी जिले तबाह हो गए हैं। पीएम मोदी ने राज्यपाल जगदीप धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ चक्रवात से प्रभावित कुछ इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया।
उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट में धनखड़, बनर्जी और राज्य के शीर्ष अधिकारियों के साथ आधिकारिक बैठक में स्थिति की समीक्षा में मोदी ने प्रत्येक मृतक के परिवार को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा भी की। कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटते हुए भी प्राकृतिक आपदा का सामना करने के लिए राज्य प्रशासन को प्रेरित करने के बनर्जी के प्रयासों की सराहना करते हुए मोदी ने कहा कि पूरा देश पश्चिम बंगाल के साथ खड़ा है जहां सरकार द्वारा कदम उठाए जाने के बावजूद करीब 80 लोगों की जान चली गई।
पीएम मोदी ने वीडियो संदेश में कहा, ‘‘मैं राज्य को 1,000 करोड़ रुपये की अग्रिम मदद देने की घोषणा करता हूं। घरों के अलावा कृषि, बिजली और अन्य क्षेत्रों को पहुंचे नुकसान का विस्तृत आकलन किया जाएगा।’’ उत्तर एवं दक्षिण 24 परगना, पूर्व एवं पश्चिम मिदनापुर, कोलकाता, हावड़ा और हुगली जिलों में अवसंरचना, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा, ‘‘संकट और निराशा के इस समय में पूरा देश और केन्द्र बंगाल के लोगों के साथ है।’’
पीएम मोदी ने कहा कि राज्य में नुकसान के पैमाने के आकलन के लिए केंद्र एक टीम तैनात करेगा। उन्होंने कहा कि केंद्र बर्बाद एवं क्षतिग्रस्त ढांचों के पुनर्निमाण और लोगों को राहत देने के लिए संकट के इस समय में राज्य सरकार के साथ करीब से काम करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, “कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए सामाजिक दूरी बनाने की जरूरत है जबकि चक्रवात से लड़ने के लिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की।”
उन्होंने इस बात को माना कि चक्रवात के बाद राहत शिविरों में लोगों की बड़ी संख्या में मौजूदगी कोविड-19 वैश्विक महामारी को रोकने के प्रयासों को विफल कर सकती है। मोदी ने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल संकट का अच्छे से सामना कर रहा है। उन्होंने कहा, “इस प्रतिकूल समय में हम सब पश्चिम बंगाल के साथ हैं।” केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, देबश्री चौधरी, प्रताप चंद्र सारंगी और धर्मेंद्र प्रधान भी बैठक में मौजूद थे।
With inputs from Bhasha