ChhattisgarhINDIARaipurखास-खबर

छुईखदान में 40 गांव के लोगों के विरोध के बावजूद जनसुनवाई दुर्भाग्यजनक, जांच समिति करेगी जांच -उत्तम जायसवाल, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष, आप

छुईखदान में 40 गांव के लोगों के विरोध के बावजूद जनसुनवाई दुर्भाग्यजनक, जांच समिति करेगी जांच -उत्तम जायसवाल, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष, आप

छुईखदान मामले में 40 गांव के ग्रामीणों की मांगों को लेकर आम आदमी पार्टी की जांच कमेटी गठित

पवन चंद्रवंशी आप प्रदेश सचिव

रायपुर। खैरागढ़ जिले में श्री सीमेंट लिमिटेड की प्रस्तावित संडी चूना पत्थर खदान परियोजना के खिलाफ 40 गांव के लोगों के विरोध को लेकर आम आदमी पार्टी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष उत्तम जायसवाल का कहना है कि विगत दिनों मामले में प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का घायल होने के बावजूद सरकार द्वारा 11 दिसंबर को जनसुनवाई की अनुमति देना दुर्भाग्यजनक है। जब प्रभावित गांवों ने पहले ही सामूहिक रूप से परियोजना का विरोध जता दिया है, तो जनसुनवाई कराने का कोई औचित्य नहीं रह जाता। और जानकारी मिली है कि क्षेत्र में कंपनी के एजेंट गांव वालों से फर्जी तरीके से समर्थन में हस्ताक्षर करवा रहे हैं जिसका लोगों ने विरोध किया है। सरकार सिर्फ उद्योगपतियों को फायदा पहुँचाने में लगी है। आम जनता की मांगों को सरकार अनदेखी कर रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच हेतु आम आदमी पार्टी की ओर से 10 सदस्य जांच समिति समिति गठित की गई है, जो सम्बंधित 40 गांव के लोगों से मिलकर उनकी मांगों और विरोध की धरातल पर जांच करेगी।

आम आदमी पार्टी कि ओर से प्रदेश सचिव पवन चंद्रवंशी के नेतृत्व में संजीत विश्वकर्मा, देवेंद्र सिंह भाटिया, भूपेश तिवारी, मनोज गुप्ता, राजेंद्र सोनी चित्रा गुरुदेव, अजय सिंह ठाकुर, श्याम मूर्ति नायडू और कमलेश स्वर्णकार को जांच समिति के सदस्य बनाया गया है।

उत्तम जायसवाल का कहना है कि यह परियोजना जलस्रोतों, बोरवेल रिचार्ज, कृषि उत्पादन और पशुपालन के लिए गंभीर खतरा पैदा करेगी। साथ ही खेती, पर्यावरण और ग्रामीण आजीविका को भी गंभीर रूप से प्रभावित करेगा। आम आदमी पार्टी ने इस मामले में चेतावनी दी है कि यदि प्रस्तावित जनसुनवाई को रद्द नहीं किया जाता है तो पार्टी समस्त ग्रामीणों के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन करेगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page