कानपुर अधिवक्ता सम्मेलन में विप्लव साहू अतिथि वक्ता बने, भारतीय समाज व्यवस्था पर सशक्त उद्बोधन से किया सबको मंत्रमुग्ध


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो केसीजी
खैरागढ़/कानपुर : 2 नवम्बर 2025 – डॉ. भीमराव अंबेडकर राष्ट्रीय अधिवक्ता संघ (भारत) का आठवाँ राष्ट्रीय सम्मेलन मंगलवार को स्थानीय महंत गणेशराम कॉलेज (एम.जी. कॉलेज) के सभागार में धूमधाम से आयोजित हुआ. कार्यक्रम में देश भर से आए सैकड़ों अधिवक्ताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और बुद्धिजीवियों ने शिरकत की. छत्तीसगढ़ से भी बड़ी संख्या में अधिवक्ता सम्मेलन में शामिल हुए.
सम्मेलन की अध्यक्षता संघ के राष्ट्रीय संयोजक एडवोकेट बी.एम. सिंह (इलाहाबाद) ने की, जबकि मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता एडवोकेट अशोक कुमार बैन (जबलपुर) रहे. विशिष्ट अतिथि वक्ता के रूप में प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता एवं शैक्षिक प्रगतिशील मंच के संयोजक विप्लव साहू को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था. कार्यक्रम के आरम्भ में संघ के पदाधिकारियों ने डॉ. अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन किया.
सभा को संबोधित करते हुए विप्लव साहू ने विधायिका में आरक्षित प्रतिनिधित्व की व्यवस्था पर गंभीर चिंतन प्रस्तुत किया. उन्होंने कहा, “आरक्षण ने भारतीय समाज में थोड़ा-बहुत संतुलन जरूर कायम किया है, लेकिन जातीय स्तरीकरण और सामाजिक-आर्थिक असमानता अभी भी बहुत गहरी है. सिर्फ कानूनी अधिकार काफी नहीं हैं, हर व्यक्ति को अपने परिवार, अपने वार्ड और अपने प्रभाव क्षेत्र की जिम्मेदारी स्वयं उठानी होगी और नैतिक कर्तव्य निभाना होगा.”
विप्लव साहू ने विश्व प्रसिद्ध लेखिका मार्था मेडिरोस की मशहूर पंक्तियों का सटीक उल्लेख करते हुए उपस्थित लोगों को जीवन दर्शन की गहरी प्रेरणा दी. उन्होंने कहा, “हमें यात्रा अवश्य करनी चाहिए — नए स्थान की यात्रा, किताबों की यात्रा, जीवन की यात्रा, रिश्तों की यात्रा और नए कार्यों में समय निवेश करने की यात्रा. जो व्यक्ति यात्राएँ करना बंद कर देता है, वह धीरे-धीरे जीते जी मरने लगता है.” उनके इस कथन पर सभागार में उपस्थित सभी लोगों ने करतल ध्वनि से स्वागत किया.
सम्मेलन में छत्तीसगढ़ प्रदेश से एड. शाकिर कुरैशी, एड. जे.डी. महिलांगे, एड. ए.डी. वर्मा, एड. विक्रम यदु, एड. रामकुमार जांगड़े, एड. राजेन्द्र जंघेल, एड. कौशल कोसरे, एड. साबरा खान, प्रशिक्षु अधिवक्ता प्रमोद कोर्राम तथा सामाजिक कार्यकर्ता विक्की सिन्हा ने सक्रिय भागीदारी की. छत्तीसगढ़ प्रतिनिधिमंडल को सम्मेलन में विशेष रूप से सराहा गया. सम्मेलन देर शाम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ.


