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अधिकांश सीमेंट उद्योगो में इंटक यूनियन के नाम पर फर्जी तरीके से सीमेंट उद्योगो के संरक्षण में मजदूर यूनियन काम कर रहा है..मजदूरों का शोषण

अधिकांश सीमेंट उद्योगो में इंटक यूनियन के नाम पर फर्जी तरीके से सीमेंट उद्योगो के संरक्षण में मजदूर यूनियन काम कर रहा है..मजदूरों का शोषण


टीकम निर्मलकर AP न्यूज़ छत्तीसगढ़ : शंकर सिंह निर्मलकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि प्रदेश के अधिकांश सीमेंट उद्योगो में इंटक यूनियन के नाम पर फर्जी तरीके से सीमेंट उद्योगो के संरक्षण में मजदूर यूनियन काम कर रहा है जो सीमेंट उद्योगो के साथ मिलकर मजदूरों का शोषण करने में लगा हुआ है।


रायपुर सहित बलौदाबाजार-भाटापारा क्षेत्र के सीमेंट उद्योगो बैकुंठ हिरमी रावन कुकुरदी सीमेंट उद्योगो में इंटक यूनियन फर्जी तरीके से मजदूर यूनियन का संचालन प्रबंधक से मिलीभगत के साथ कर रहा है इसका अनुमान इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्षों से इंटक यूनियन का अध्यक्ष समेत तमाम पदो पर एक ही व्यक्ति का बने रहना।
बैकुंठ,ग्रासीम रावन, हिरमी सीमेंट उद्योगो के इंटक यूनियन फर्जी तरीके से गलत दस्तावेज पंजीयक व्यवसायिक संघ छत्तीसगढ़ को वर्षों से जमा करते हैं और पंजीयक बिना छानबीन किए इंटक से संबंधित इन मजदूर यूनियनों के वार्षिक विवरण सहित निर्वाचन फार्म ई मान्य कर देता है ।


बैकुंठ सीमेंट वर्क्स में तो पूरी तरह से इंटक यूनियन पंजीयन क्रमांक 49 फर्जी तरीके से चल रहा है अध्यक्ष पद पर पहले रोबिन दत्ता वर्षों तक जमें रहे उनकी मृत्यु उपरांत बिना किसी चुनाव कराए उनके पुत्र उज्जवल दत्ता अध्यक्ष बना हुआ है और स्थानीय स्तर पर एक मृत व्यक्ति के नाम का उपयोग कर पंजीयक व्यवसायिक संघ छत्तीसगढ़ को गलत फर्जी दस्तावेज जमा कर यूनियन का संचालन कर रहा था जिसकी शिकायत पंजीयक कार्यालय अनेकों बार करने के बाद भी पंजीयक व्यवसायिक छत्तीसगढ़ द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करना मजदूरों के शोषण में मिलीभगत को शाबित करता है इस विषय पर पिछले दिनों पुलिस अधीक्षक रायपुर एवं तिल्दा-नेवरा सहित संबंधित थानों में एफआईआर दर्ज कर जांच करने संबंधी आवेदन दिया गया है । और प्रबंधक द्वारा भी यहां कार्यरत श्रमिक छन्नू कुर्रे‌ जो इंटक यूनियन का महासचिव है उसे घर बैठे वेतन भत्ते दे रहा है।
ठीक इसी तरह ग्रासीम सीमेंट रावन में राजभान सिंह और थानू वर्मा हिरमी सीमेंट में अनुपम अग्रवाल और बिरेंद्र जयसवाल वर्षों से इंटक यूनियन के पदाधिकारी बन मजदूरों के शोषण में प्रबंधक का साथ दे रहे हैं ।

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी को  चाहिए जो फर्जी तरीके से मजदूरों के शोषण के लिए इंटक के नाम पर यूनियन संचालित कर रहे हैं उन लोगों पर एफआईआर दर्ज कर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
  

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