17 लाख रुपए की इनामी हार्डकोर महिला नक्सली कमला सोडी उर्फ उंगी उर्फ तरुणा ने केसीजी पुलिस अधीक्षक के समक्ष किया आत्मसमर्पण।


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो केसीजी
जिला खैरागढ़ छुईखदान गंडई // छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 तथा विकासोनमुखी शासन के प्रयासों का यह सकारात्मक परिणाम है।
कमला सोडी वर्ष 2011 से माओवादी संगठन के सक्रिय रूप से जुड़ी रही, इस दौरान उसने विभिन्न दंडकारणएं क्षेत्र एवं एमएमसी (मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़) जोन में संगठनात्मक एवं हिंसक गतिविधियों में भाग लिया।
नक्शा संगठन में जुड़कर वह मिलिट्री हार्डकोर सदस्य के रूप में कार्यरत थी तथा भर्ती, प्रचार और पुलिस बलों पर हमले की योजना में संलिप्त थी।
जिला पुलिस एवं सुरक्षा बलों के संयुक्त प्रयास से लगातार संवाद संपर्क एवं प्रेरणा के माध्यम से नक्सलियों को मुख्य धारा से जोड़ने का अभियान जारी है।
टीम केसीजी की पुलिस द्वारा नक्शा विरोधी अभियान संचालित किया जा रहे हैं एवं समय समय पर सुरक्षा बलों द्वारा नक्सल प्रभावित ग्रामों में सिविक एक्शन कार्यक्रम चलाए जा कर शासन की नवीन आत्म समर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 से बताएं सुविधा व लाभ जानकारी बैनर / पोस्टर / पम्पलेट के माध्यम से अवगत कराया जा रहा है। जिसके परिणाम स्वरूप महिला नक्सली द्वारा स्वयं आगे बढ़कर शासन के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 का लाभ लेने हेतु पुलिस अधीक्षक के समक्ष समाज की मुख्य धारा में जुड़कर जीवन यापन करने हेतु आत्म समर्पण कर रही कमला सोडी प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी के माढ़ डिविजन बस्तर एमएमसी (मध्य प्रदेश,महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ )जोन से संबंधित रही है वह संगठन की सक्रिय सदस्य होने के साथ – साथ एमएमसी जोन प्रभारी रामदर के टीम के प्रमुख सदस्य के रूप में कार्यरत थी, महाराष्ट्र मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा उस पर कुल 17 लाख का संयुक्त इनाम घोषित किया गया था। कमला सोडी मूल रूप से ग्राम अरलमपल्ली, तहसील कोटा, थाना दोरनापाल , जिला सुकमा (छत्तीसगढ़) के निवासी है, और वर्ष 2011 से माओवादी संगठन से जुड़ी हुई थी। वह छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र गोंदिया जिला और मध्य प्रदेश के सीमाओं क्षेत्रो में सक्रिय रूप से नक्सली गतिविधियों में संलिपित थी।
शासन की नीति और सुरक्षा बलों के प्रयासों का परिणाम
सुरक्षा बलों के निरंतर अभियान ग्रामीण अंचलों में चलाए जा रहे हैं विकास कार्यों सड़क और परिवहन सुविधाओं के विस्तार, पानी बिजली नेटवर्क की उपलब्धता तथा शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीणों में बढ़ते विश्वास और सामुदायिक पुलिसिंग के तहत जनसंपर्क व संवाद कार्यक्रमों का प्रत्यक्ष परिणाम है इन प्रयासों से प्रेरित होकर कमला सोडी ने हिंसा का मार्ग देखते हुए मुख्य धारा में लौटने और समाज के साथ जीवन यापन का निर्णय लिया।
प्रोत्साहन राशि एवं पुनर्वास सुविधा
आत्मसमर्पित महिला नक्सली को छत्तीसगढ़ शासन की नक्सलवादी उन्मूलन नीति के अंतर्गत 50000 की प्रोत्साहन राशि तत्काल प्रदान की गई, इसके अतिरिक्त शासन के पुनर्वास नीति 2025 के तहत अन्य सुविधाएं प्रदान किए जाने हेतु आवश्यक कार्रवाई हेतु वरिष्ठ कार्यालय पत्र व्यवहार की जा रही है।


