व्यवहार न्यायालय खैरागढ़ में फहराया गया तिरंगा


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी

आजादी के अमृत महोत्सव के 79 वें वर्षगांठ एवं स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर व्यवहार न्यायालय खैरागढ़ में फहराया गया तिरंगा।
जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश मोहनी कंवर , मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्याम कुमार साहू, न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी आकांक्षा खलखो,अधिवक्ता गण, कोर्ट स्टाफ की मौजूदगी में फहराया तिरंगा, उन्होंने ज्ञात अज्ञात स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को नमन करते हुए सभी लोगो को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दिया और आगे श्री कश्यप ने कहा कि
15 अगस्त 1947 का दिन भारत के इतिहास और हर भारतीय नागरिक के लिए सबसे अहम दिन है। यही वह दिन है जब पहली बार भारत के लोगों ने एक आजाद देश में सांस लेना शुरू किया। आज हमारे देश को अंग्रेजों की 200 सालों की गुलामी से मुक्ति मिले 78 बरस पूरे हो गए हैं। भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े धूम-धाम और पूरे उत्साह के साथ मना रहा है। यह ऐतिहासिक दिन है और हमारे देशवासियों के बीच देशप्रेम, समर्पण और एकता का प्रतीक है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्याम कुमार साहू ने कहा कि सरकार के हर घर तिरंगा अभियान में देश की जनता पूरे जोश के साथ हिस्सा ले रही है। इस दिन भारत के उन महान ज्ञात अज्ञात छह लाख से अधिक स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी जाती है। जिनके त्याग और बलिदान के चलते भारत तो अंग्रेजी हुकूमत से आजादी मिली थी।
न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी आकांक्षा खलखो ने कहा
इस दिन सभी को राष्ट्र निर्माण, देश के विकास व रक्षा का संकल्प लेना चाहिए। हमें गांधीजी के सत्य व अहिंसा के सिद्धांतों को जीवन में उतारना चाहिए। भारतीय संविधान में लिखीं बातों का पालन करें, यही देश का सम्मान है।
आज़ादी का अमृत महोत्सव भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक पहचान को प्रगति की ओर ले जाने वाली सभी चीजों का एक मूर्त रूप है।
वरिष्ठ अधिवक्ता कमलाकांत पाण्डे ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद, भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बन गया। हमने अंग्रेजों से अपनी आजादी पाने के लिए बहुत संघर्ष किया।
अधिवक्ता संघ सचिव संदीप दास ने कहा कि
जिस आज़ादी का हम आनंद ले रहे हैं, वह हमने कड़ी मेहनत, त्याग और बलिदान से हासिल की है। कार्यक्रम का संचालन पैरालीगल वालंटियर गोलूदास साहू ने की।

ध्वजारोहण कार्यक्रम में
अधिवक्ता गण विक्रम यदु, मिहिर झा, सी आर देशमुख, साबरा बानो,भुनेश्वर वर्मा, घम्मन साहू, गिरीराज ठाकुर, सर्वेश ओसवाल, राम कुमार जांगड़े संदीप दास वैष्णव,चंद्रशेखर वर्मा, शंकर यादव, शत्रुघ्न वर्मा , चंद्रशेखर यादव, योगेश चंदेल,ज्ञानदास बंजारे ,राजेंद्र जंघेल, टी के चंदेल, कौशल कोशरे, सुरेश साहू,नीरज साहू,विशाल ,महेश साहू, मेनूका साहू, विष्णु कांत महोब, सुधीर यादव, सत्यकला , न्यायिक कर्मचारीगण देवेन्द्र चंदेल, दिनेश शर्मा, चंदन साहू, प्रशन्न्न श्रीवास्तव, आरके लांझकर, शिशिर झा, ईलेश देवांगन,धनंजय सेवेलकर, अमरनाथ जयसवाल, भुनेश्वर कौशिक, विनय सोनी, दिनेश साहू, मनीष गुप्ता, पूजा बनसोड, दयाराम धुर्वे, सुरेश ठाकुर,भुनेश्वर , पैरालीगल वालंटियर गोलूदास साहू, छविराज और उपस्थित थे।