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बारिश से पहले जलस्त्रोतों की सफाई


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी
बारिश से पहले जलस्त्रोतों की सफाई करना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे जल संचयन और स्वच्छता दोनों में सुधार होता है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत जनपद पंचायत खैरागढ़ में चलाए जा रहे स्वच्छता सप्ताह के आयोजन की सराहना की जानी चाहिए।

जलस्रोतों की सफाई के लाभ
जलस्रोतों की सफाई से निम्नलिखित लाभ होते हैं:

- जल संचयन: जलस्रोतों की सफाई से जल की गुणवत्ता में सुधार होता है, जिससे भविष्य में जल संकट की समस्या को कम किया जा सकता है।
- स्वच्छता: जलस्रोतों के आसपास की सफाई से बीमारियों के फैलने का खतरा कम होता है।
- पर्यावरण संरक्षण: जलस्रोतों की सफाई से जलीय जीवन को भी लाभ पहुंचता है और पर्यावरण संतुलन बना रहता है।
अभियान की विशेषताएं

इस अभियान की निम्नलिखित विशेषताएं हैं:

- सामुदायिक भागीदारी: इस अभियान में स्थानीय ग्रामीणों और महिला समूहों की भागीदारी से समुदाय में एकजुटता और सहयोग की भावना को बढ़ावा मिला है।
- जागरूकता: इस तरह के अभियान लोगों में जल संचयन और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाते हैं।
- व्यापक प्रभाव: 187 ग्रामों में 167 तालाबों और 341 बोरिंग की सफाई से व्यापक स्तर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
निष्कर्ष
बारिश से पहले जलस्त्रोतों की सफाई करना एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे जल संचयन और स्वच्छता दोनों में सुधार होता है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत चलाए जा रहे इस अभियान की सराहना की जानी चाहिए और इसे आगे भी जारी रखना चाहिए।