IIT दिल्ली एक ब्रांड बन गया है- वेंकैया नायडू


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नई दिल्ली। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली, आईआईटी दिल्ली आज ऑनलाइन हीरक जयंती वर्ष मना रहा है। इस कार्यक्रम को मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ। रमेश पोखरियाल ने संबोधित किया और उन्होंने COVID19 के खिलाफ लड़ाई के प्रयासों के लिए संस्थान की प्रशंसा की। भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने आज मुख्य अतिथि के रूप में समारोह का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि आईआईटी दिल्ली ने पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई है और प्रसिद्ध कई वैज्ञानिक अनुसंधानकर्ता और शिक्षक भी पैदा किए हैं। इसके अलावा कई पद्म पुरस्कार विजेता और फेलो भी यहां से निकले हैं। आईआईटी दिल्ली नवाचार और उद्यमशीलता का लीडर बंद कर उभरा है।
मुझे खुशी है कि नई शिक्षा नीति के तहत, भारत में ही कम कीमत पर बेहतरीन शिक्षा को सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखा गया है।हमारा उद्देश्य देश को विश्व में शिक्षा के केन्द्र के रूप में प्रतिष्ठित करना है। @iitdelhi #DiamondJubilee pic.twitter.com/8eguXQrg0t
— Vice President of India (@VPSecretariat) August 17, 2020
नायडू ने यह भी कहा कि आईआईटी दिल्ली ने कोरोना संकट के दौरान सबसे सस्ता जांच की वेंटिलेटर पीपी सैनिटाइजर आदि बनाकर उसने विशेष योगदान दिया है उपराष्ट्रपति ने कहा कि आज देश में शोध अनुसंधान तथा नवाचार की सबसे अधिक जरूरत है क्योंकि शैक्षिक संस्थानों का दायित्व बनता है कि वह समाज को कुछ दें और लोगों की समस्याओं का हल निकाले तथा उनका जीवन खुशहाल बनाएं। इसके लिए जरूरी है कि हमारे देश के उद्योग जगत आगे आए और शोध अनुसंधान क्षेत्र में काम करें और धन मुहैया कराएं।
IIT Delhi Diamond Jubilee Celebrations (Virtual Inaugural Ceremony) – Release of the Diamond Jubilee Logo and Strategy Document of @iitdelhi by Hon’ble Vice President of India, Shri @MVenkaiahNaidu ji.@VPSecretariat @PIB_India @MIB_India @DDNewslive https://t.co/7pgLla6ljk
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) August 17, 2020
नायडू ने फिक्की सीआईआई और एसोचैम से भी अनुरोध किया कि वह इस कार्य में हाथ बढ़ाएं और एकेडमिक जगत से साझेदारी करें। इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि आईआईटी दिल्ली देश के ही शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों की रैंकिंग में नहीं बल्कि वह एक ब्रांड भी बन गया है । इतना ही नहीं आईटी दिल आईटी अब तक तीन करोड़ लोगों को रोजगार भी दिया है और 19000000 अमेरिकी डॉलर का निवेश भी किया है।
यहां 54 प्रतिशत पीएचडी और स्नातकोत्तर छात्र हैं तथा कोविड-19 करीब 40 लाख बीपी किट की आपूर्ति की है। कोरोना की सबसे सस्ती जांच किट भी बनाई है वेंटीलेटर भी बनाए हैं। समारोह के आरम्भ में निदेशक रामगोपाल राव ने आई आई टी की विकास यात्रा का विस्तृत विवरण दिया। इस मौके पर आई आई टी की हीरक जयंती के लोगो का विमोचन किया गया और स्ट्रेटजी रिपोर्ट का लोकार्पण भी हुआ।