मानपुर क्रेसर को बंद करने ग्रामीण व पंचायतें लामबंद


मानपुर क्रेसर को बंद करने ग्रामीण व पंचायतें लामबंद

कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर गिनई समस्याएं
प्रशासन को दी आंदोलन की चेतावनी
क्षेत्र के ग्रामीणों व पंचायात पदाधिकारियों ने प्रशासन को सीधी चेतावनी दी है कि है कि अगर जल्द ही उनकी मांग के अनुरूप कार्यवाही करते हुए मानपुर केसर को बंद नहीं किया गया तो क्षेत्र के 15 गांवों के ग्रामीण आंदोलन करने बाध्य होंगे। अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन ग्रामीणों की इस मांग पर कब तक और क्या कार्यवाही करती है।
जनपद पंचायत कवर्धा अंतर्गत ग्राम मानपुर क्षेत्र में संचालित क्रेशर के खिलाफ क्षेत्र के ग्रामीणों तथा पंचायत जनप्रतिनिधि लामबंद हो गए हैं और उन्होने क्रेसरों से क्षेत्र के किसानो व ग्रामीणों को होने वाले भारी नुकसान को देखते प्रशासन से इनके खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
इस संबंध में ग्राम पंचायत कान्हाभैरा के सरपंच, ग्राम पंचायत कोको सरपंच सावित्री, ग्राम पंचायत डेहरी संरपंच, ग्राम पंचायत जोराताल सरपंच सुनीता धृतलहरे,
ग्राम पंचायत सोनबरसा सरपंच, ग्राम पंचायत पेण्ड्रा सरपंच, ग्राम पंचायत बरदुली सरपंच, ग्राम पंचायत हीरापुर सरपंच सहित अन्य पंचायतों के सरपंच व ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम मानपुर में संचालित क्रेसर से क्षेत्र के 15 गांव और 11 पंचायतें प्रभावित हो रही है। उन्होने बताया कि इन क्रेसर के गिट्टी खदानों में लम्बे समय से लगातार की जा रही ब्लास्टिंग के कारण जहां खदान से उड़ने वाली डस्ट से किसानो की कीमती फसल बर्बाद हो रही है वहीं ब्लास्टिंग से घरों की दिवारों में दरारे आ रही है।
स्थिति ये है कि बीते कई सालों से ब्लास्टिंग
की मार झेल रहे मकान तो पूरी तरह से जर्जर हो गए है जो कभी भी धराशाही हो सकते है। इसके अलावा ग्रामीणों व पंचायत पदाधिकारियों ने बताया कि शासन द्वारा क्षेत्र में जो सड़के ग्रामीणों के आवागमन के लिए निर्मित कराई गई हैं उनमें दिनरात गिट्टी से भरे भारी वाहनो की आवाजाही से सड़कों का दम निकल रहा है। जिसका खामियाजा भी क्षेत्र के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। ग्रामीणों व पंचायत प्रतिनिधियों ने अपनी इन समस्याओं को लेकर कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में मानपुर क्रेसर तत्काल बंद कराए जाने की मांग की है।