खैरागढ़ विकासखंड में पांडादाह से मुढ़ीपार तक 8 किमी सड़क निर्माण का कार्य हुआ था। लेकिन अत्यंत घटिया सड़क निर्माण से आमजन, किसान और व्यवसाइयों को बहुत निराशा और दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।


खैरागढ़ विकासखंड में पांडादाह से मुढ़ीपार तक 8 किमी सड़क निर्माण का कार्य हुआ था। लेकिन अत्यंत घटिया सड़क निर्माण से आमजन, किसान और व्यवसाइयों को बहुत निराशा और दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।



खैरागढ़ : खैरागढ़ विकासखंड में पांडादाह से मुढ़ीपार तक 8 किमी सड़क निर्माण का कार्य हुआ था। कच्ची सड़क पर पहली बार बनी इस सड़क से जिले के सबसे बड़े ग्राम मुढ़ीपार और ब्लॉक के दूसरे सबसे बड़े गांव पांडादाह को सड़क मार्ग से जुड़ने आसपास के 20 गांव में बड़ी आशा थी। लेकिन अत्यंत घटिया सड़क निर्माण से आमजन, किसान और व्यवसाइयों को बहुत निराशा और दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
लोक निर्माण विभाग और संबधित कान्ट्रेक्ट कंपनी द्वारा भारी लापरवाही बरती गई, आलम ये था कि सड़क 2020 में प्रारंभ होकर अगस्त 2023 में कागजो में पूरा हुआ। आज फरवरी 2024 में सड़क, अपनी पूरी लंबाई में कहीं भी 100 मीटर भी सामान्य स्थिति में नही। सड़क की बर्बाद हालात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है जिसमे दो पहिया वाहन आराम से चलाना मुश्किल है। विभाग और कांट्रेक्ट कंपनी की भर्राशाही के कारण आज ग्रामीणों को परेशानी भुगतनी पड़ रही है।जबकि इस सड़क पर भारी वाहन, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, बस आदि किसी तरह का कोई दबाव नहीं है।
इसमें विभाग की मिलीभगत, लापरवाही और निर्माण एजेंसी की भ्रष्टता पूरे सड़क भर दिख रही है। उक्त कान्ट्रेक्ट कंपनी को अपने टेंडर कार्य में अत्यंत कमजोर क्वालिटी और अति देरी के लिए कुख्यात बताया जाता है। इस पूरे विषय पर जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए।
जिला पंचायत के सभापति विप्लव साहू ने कलेक्टर कार्यालय को पत्र व्यवहार करके जिला कलेक्टर से स्वयं इस बदहाल सड़क का स्वयं मुआयना करने और इस भारी लापरवाही पर संबधित विभाग, अधिकारी और ठेकेदार पर कार्यवाही करते हुए मेंटेनेंस समयावधि के भीतर दुरुस्तीकरण का कार्य करने के लिए पत्र व्यववहार किया है।