कराटे कोच कवर्धा की निंदनीय छोटी सोच..भेद भाव की वजह से बच्ची डिप्रेशन में है

कराटे कोच कवर्धा की निंदनीय छोटी सोच..भेद भाव की वजह से बच्ची डिप्रेशन में है
आरक्षक आकाश राजपूत “कोच” कराटे एकेडमी कवर्धा की तुच्छ/ छोटी सोच पर कार्यवाही के लिए एस पी , कलेक्टर को दिए ज्ञापन.
सोनम बंजारे मेरी सुपुत्री प्रज्ञा बंजारे बायपास रोड कवर्धा कराटे एकेडमी कोच अकाश राजपूत के निर्देशन में प्रैक्टिस करती है जो कुछ दिनों के लिए भिलाई चली गई थी समर कैंप के तहत भिलाई में कराटे प्रैक्टिस कि वह राज्य स्तरीय कराटे टूर्नामेंट में खेलने कोच आकाश राजपूत से पूछने पर भिलाई से खेलने को कहा गया। और प्रज्ञा की गोल्ड मेडल आया, खुशी से मेरी सुपुत्री 29/05 /2023 को कवर्धा कराटे एकेडमी गई।वहां सभी खिलाड़ियों को 04 गोल्ड मेडल विजेता को कोच द्वारा मेडल पहनाकर सम्मानित, बधाई ,फोटो, प्रेस नोट दिया गया।
किंतु सोनम मेरी सुपुत्री प्रज्ञा को उनकी गोल्ड मेडल को देख कर भी इग्नोर कर दिया गया।किसी बात पर पूछा ही नहीं गया नही बधाई फोटो नही प्रेस रिपोर्ट में उनकी नाम तक नहीं । उस वक्त कई प्रेस वाले और सभी कराटे क्लास के विद्यार्थी क्लास पर मौजूद थे। वह रोती हुई घर आई। जो आज भी डिप्रेशन में है सरकार लड़कियों को आगे बढ़ाने की बात करती हैं लेकिन यैसी तुच्छ सोच वाले कोच आज भी प्रतिभा को दबाने एकलव्य की अंगूठा काटने आतुर हैं आजादी के 75 सालों में बड़ी शर्मनाक घटना है ।
मेरी बड़ी बेटी रोशनी बंजारे 2019 में नेशनल में छग को प्रथम गोल्ड मेडल दिलाकर राज्य और कबीरधाम जिले का नाम रोशन की थी आज कोच द्वारा सभी बच्चों से बिजनेस बनाकर फीस वसूलने व खिलाड़ीयो से ही प्रैक्टिस कराने का कार्य किया जा रहा है।
जब दिल्ली में टूर्नामेंट हुआ तो उसके लिए ₹11000 लिया गया था सभी टूर्नामेंट जाने वाले विद्यार्थी से.. और अन्य जगह मात्र 6000 हमारी सुपुत्री मनमाने टूर्नामेंट फीस पर सवाल कर देती थी मेरी बच्चीओ की सी आर खराब करने धमकाया जाता है ऐसी छोटी सोच का कोच की शर्मनाक मानसिकता निंदनीय है कार्यशैली भेदभाव रवैया की रिपोर्ट से भविष्य के निर्माता बच्चों की मानसिकता डिप्रेशन में है अति निंदनीय कार्य जो मेरे बच्चों के साथ हुआ वह इस कराटे क्लास के किसी भी बच्चों के साथ ना हो और सभी बच्चों के भविष्य को देखते हुए कार्यवाही की अपेक्षा करते हुए कलेक्टर एसपी सर को ज्ञापन दिये।