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भोरमदेव साहित्य सृजन मंच का देवारी जोहार कार्यक्रम हुआ संपन्न

भोरमदेव साहित्य सृजन मंच का देवारी जोहार कार्यक्रम हुआ संपन्न

कवर्धा। साहित्य, कला और संस्कृति के लिए समर्पित प्रदेश की सक्रिय और चर्चित संस्था भोरमदेव साहित्य सृजन मंच का देवारी जोहार/दीवाली मिलन कार्यक्रम विगत दिवस कबीरधाम जिला के ब्लाक मुख्यालय सहसपुर लोहारा में संपन्न हुआ।

कबीरधाम, राजनांदगांव,बेमेतरा,खैरागढ़-खुईखदान-गंडई जिले के साहित्यिक अभिरुचि रखने वाले मंच से जुड़े सताधिक कलमकार प्रतिवर्ष दीवाली मिलन कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। पटेल सामुदायिक भवन के सभागार में आयोजित इस वर्ष के आयोजन में साहित्य और कला क्षेत्र के नामचीन हस्तियाँ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

अतिथियों में इंदिरा कला और संगीत विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. राजन यादव, मशहूर लोकगायक गौतमचंद जैन, मशहूर लोकगायक चतुरराम साहू, मशहूर उद्घोषक और वक्ता अवधेशनन्दन श्रीवास्तव, वरिष्ठ साहित्यकार घनश्याम सोनी, इतिहासकार महेश आमदे, हास्य व्यंग्य के बड़े नाम अजय बागड़े प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

दो सत्रों में आयोजित कार्यक्रम के प्रथम सत्र में माँ सरस्वती की पूजा अर्चना, अतिथि स्वागत, उद्बोधन और सम्मान प्रदान करने का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। उद्बोधन की कड़ी में अतिथियों के द्वारा मंच के कार्यों और साहित्यिक सांस्कृतिक गतिविधियों की खूब सराहना की गई।

अतिथगण पूरे समय अपनी शुभकामना और आशीर्वाद देकर मंच को प्रोत्साहित करते रहे। मुख्य अतिथि डॉ. राजन यादव के उद्बोधन ने उपस्थित लगभग सभी को मंत्रमुग्ध किया। रचनाधर्मियों को रचनाधर्मिता के लिए मूलमंत्र देते हुए डॉ.राजन यादव ने कहा, यदि आप अच्छा लिखना चाहते हैं तो आपको अपने वरिष्ठ साहित्यकारों को खूब पढ़ना चाहिए। अच्छा गाना गाने चाहते हैं तो आपको गायन अभ्यास के साथ साथ अच्छे गीतों को सुनना भी चाहिए। लेखन हेतु विषय चयन को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया।

वर्तमान विसंगतियों की ओर कलमकार की पैनी नजर होनी चाहिए। समय कलमकार से हमेशा संवेदनशील होने की अपेक्षा करता है। इन महत्वपूर्ण बिंदुओं के साथ डॉ. राजन यादव अपने प्रेरक उद्बोधन में कलककारों को आत्ममुग्धता से बचने की सलाह भी देते हैं। कार्यक्रम का दूसरा सत्र पूरी तरह काव्यगोष्ठी को समर्पित रहा।

सरस काव्यगोष्ठी में रचनापाठ करने वाले कवि रहे राजकुमार मसखरे , ईश्वर साहू आरुग , सुखदेव सिंह ‘अहिलेश्वर’ , बोधनराम निषादराज , कुंज साहू , अश्वनी कोसरे ‘रहँगिया’, पदमा साहू , रमेश कुमार चौरिया , मिनेश कुमार साहू, घनश्याम कुर्रे, रिखीराम धुर्वे, रामकुमार साहू, देवचरण ‘धूरी’, हेमसिंग साहू मास्टर, धर्मेंद्र डहरवाल, चिंता राम धुर्वे, तुलेश्वर सेन, दिलीप पुटेडी , कमलेश प्रसाद शरमाबाबू,पवन नेताम श्रीबासु, तुकाराम साहू ‘तरुण’, जाजू सतनामी ‘प्रवीण’, पवन कुमार साहू, युगलकिशोर लहरे, सात्विक श्रीवास्तव, वर्षा गुप्ता, गायत्री श्रीवास अभिलाषा, कु.डेलिसा साहू जी। श्रोताओं से भरे सभागार में कार्यक्रम का सफल व उम्दा संचालन कुंज साहू ने किया।

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