मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद भी कैंसल हो गए ऐडमिशन

कॉलेज प्रशासन पर छात्रों ने लगाए फर्जी प्रवेश देने के आरोप, कहीं ये बातें

बोड़ला। कॉलेजों में सेशन शुरू हो चुका है,लेकिन अभी तक कई छात्रों के ऐडमिशन नहीं हो पाए हैं। इन दिनों कॉलेजों में ऐसे स्टूडेंट्स पहुंच रहे हैं, जिनका नंबर तो मेरिट लिस्ट में आ गया, लेकिन बाद में उनका ऐडमिशन कैंसल हो गया। दरअसल पूरा मामला शासकीय स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय का है जहा महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन पर संगठन विशेष के दबाव में आकर फर्जी प्रवेश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कॉलेज प्रशासन का विरोध जताया एवं प्रवेश प्रक्रिया में हुई गड़बड़ी की जांच किए जाने की मांग की। ऐसा ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। छात्र-छात्राएं ने महाविद्यालय में हो रहे प्रवेश को लेकर कॉलेज प्रशासन पर प्रवेश में अनियमत्ताओं का आरोप लगाया और कॉलेज प्रशासन का नारेबाजी करते हुए अपना विरोध जताया।
मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद भी कैंसल हो गए ऐडमिशन
स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय बोड़ला के छात्र नेता विनायक वर्मा ने बताया कि महाविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग स्नाकोत्तर में पूरे सीट भरने के पश्चात भी एडमिशन हो चुके दो छात्रों का फर्जी तरीके से फार्म हटा दिया गया। उन दोनो छात्रों के स्थान पर कम प्रतिशत वाले छात्रों को प्रवेश दिया गया है जिनका मेरिट सूची में नाम नही था, जबकि उनसे अधिक अंक वाले छात्रों को हताश होकर महाविद्यालय से लौटना पड़ा। छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
कम प्रतिशत लाने वाले का राजनितिक दबाव के चलते हो रहा प्रवेश
महाविद्यालय में अधिक प्रतिशत वाले छात्र-छात्राओं को प्रवेश देने में आपत्ति जताई जा रही है।वहीं दूसरी ओर विशेष संगठन के दबाव में आकर कॉलेज प्रशासन बिना किसी जांच व आधार के कम प्रतिशत लाने वाले छात्र छात्राओं को प्रवेश दे रहा है जो निंदनीय है। छात्र छात्राओं ने प्रवेश प्रक्रिया की निष्पक्ष जांच कर नियम विरुद्ध प्रवेश दे रहे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
इस पूरे मामले की जानकारी मिलते ही ABVP के कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य, समाजशास्त्र विभाग के प्रभारी, व रेगुलर प्रोफेसर से जानकारी मांगा।जिस पर इन्होंने मामले की जानकारी होने से साफ मना कर दिया, जिसके चलते अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बोड़ला के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
यदि सही निर्णय नही लिया गया तो होगा उग्र आंदोलन : एबीवीपी
विरोध के बाद महाविद्यालय प्रशासन ने आश्वासन दिया कि कल इस विषय पर विचार किया जाएगा। यदि इस विषय पर कॉलेज प्रशासन के द्वारा सही निर्णय नही लिया गया तो विद्यार्थी परिषद के द्वारा उग्र आंदोलन किया जायेगा।


