जब तक सच, घर से निकलता है, तब तक झूठ, दस गांव घूम चुका होता है- विप्लव साहू


जब तक सच, घर से निकलता है, तब तक झूठ, दस गांव घूम चुका होता है

खैरागढ़ – बामसेफ और मूलनिवासी संघ के 17 वां छत्तीसगढ़ राज्य अधिवेशन राजनांदगांव के पद्मश्री गोविंदराम ऑडिटोरियम में संपन्न हुआ. जिसमे जिला पंचायत सदय विप्लव साहू सामाजिक विचारक और सक्रीय कार्यकर्ता के रूप शामिल हुए. उन्होंने कहा कि मद्धम वर्ग में अध्ययन का अभाव है. समाज के अधिसंख्य लोग अपने महानायक नहीं चुन पाए हैं. संत कबीरदास, नानक, महात्मा ज्योतिबा फुले, शाहूजी महाराज, डॉ अम्बेडकर, पेरियार रामासामी, राममनोहर लोहिया, ललई सिंह यादव, रामस्वरूप वर्मा, जगदेव प्रसाद कुशवाहा, बी.पी. मंडल, मा. कांशीराम, शरद यादव, रामविलास पासवान आदि लोगों ने अपनी पूरी ताकत समाज को जगाने, समानता और राजनीतिक अधिकार देने में लगाया. मगर वर्तमान में समाज में नैतिक व्यवहार, राजनीतिक जानकारी और तरक्कीपसंद सोंच का सफर पूरा बाकी है. गैरजरूरी पाखंड बाधाओं और असमानता का बोलबाला है. सच जब तक घर से निकलता है, झूठ 10 गांव घूम चुका होता है. तो सोंचिये कितना काम करना बाकी रहता है. समय रहते सभी के चेतने और भागीदारी से समाज और देश विकास, विज्ञान और तरक्की की तरफ अग्रसर होगा.