पंडरिया कुकदूर:-अमलीटोला में आंगन बाड़ी भवन नहीं कच्चे खपरैल के जर्जर कमरे में आंगन बाड़ी केंद्र संचालन की मजबूरी।

पंडरिया कुकदूर:-अमलीटोला में आंगन बाड़ी भवन नहीं कच्चे खपरैल के जर्जर कमरे में आंगन बाड़ी केंद्र संचालन की मजबूरी।



बच्चों को कुपोषण मुक्त करने तथा उसे स्कूल पूर्व शिक्षा देने के लिए सरकार के बाल विकास परियोजना द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केंद्र कई समस्याओं से जूझ रहा है। अधिकांश केंद्रों को अपनी भूमि और भवन नहीं है। भवन नहीं रहने के कारण आंगनबाड़ी सेविका लोगों के दालान-दालान भटकती रहती है। केंद्र चलाने के लिए भाड़े का घर लेना होता है लेकिन उसमें बार-बार बदलाव होता रहता है। कुछ घर मालिक बच्चों की हरकत से केंद्र चलाने पर रोक लगा देते हैं तो कुछ भाड़े का भुगतान नहीं होने के कारण। यह कहानी लंबे समय से चली आ रही है और उसका बच्चों के शारीरिक और शैक्षणिक विकास पर असर पड़ता है।
ऐसा ही मामला पंडरिया विकासखंड बदना पंचायत के आश्रित ग्राम अमलीटोला में आंगन बाड़ी भवन नहीं होने से
मिट्टी के बने खपरैल वाले जर्जर मकान में संचालित किया जाता है जिसमें छोटे छोटे बच्चों के लिए ना तो खेलने के लिए स्थान है और ना ही कोई बुनियादी सुविधा तथा बच्चों को सांप बिच्छुओं का खतरा अलग बना रहता है। ग्राम के सुंदर सिह मरावी गिरानी बुधसिंह पंच राम तिरथ राम पंच ने बताया कि इस संबंध में अधिकारी से लेकर बड़े बड़े नेताओं को अवगत करवा चुके हैं परंतु आज तक भवन निर्माण नहींं हो सका है।
AP न्यूज़ रिपोर्टर बहादुर सोनी