नवीन सेटअप से संस्कृत व वाणिज्य के शिक्षकों पर लटकी तलवार,शिक्षको में आक्रोश व्याप्त,


स्कूल शिक्षा विभाग नवीन सेटअप में सुधार हेतु मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री,प्रमुख सचिव के नाम सौंपा ज्ञापन
हाई स्कूल व हायर सेकेंडरी में संस्कृत के पद समाप्त करने व कॉमर्स के पद कम करने से शिक्षको में आक्रोश
छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज जिलाध्यक्ष शिवेंद्र चंद्रवंशी के नेतृत्व एवं जिले के संस्कृत व कॉमर्स के व्याख्याता की उपस्थिति में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी नवीन सेटअप में आवश्यक सुधार हेतु माननीय मुख्यमंत्री, माननीय शिक्षा मंत्री, माननीय प्रमुख सचिव के नाम कलेक्ट्रेट कार्यालय में तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया
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संघ पदाधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के प्राथमिक से लेकर उच्च स्तर माध्यमिक विद्यालय तक के संस्थाओं के लिए नवीन सेटअप जारी किया है जो विद्यार्थी संख्या आधारित है जिसमें धरातल स्तर पर विभिन्न प्रकार की विसंगति एवं त्रुटियां हैं। संघ ने मांग की है कि हाई स्कूल के सेटअप में 6 व्याख्याता के पद अनिवार्य रूप से स्वीकृत किए जावें। हाई स्कूल में संस्कृत विषय के व्याख्याता पद को अनिवार्य रूप से यथावत रखा जावे। कुछ हायर सेकेंडरी विद्यालयों में संस्कृत के विकल्प में व्यावसायिक पाठ्यक्रम लागू किया गया है जिसे बन्दकर संस्कृत को अलग से अनिवार्य विषय के रूप में शामिल किया जाए, इसी प्रकार हायर सेकेंडरी में कक्षा 9वी से लेकर कक्षा बारहवीं तक के लिए एक संस्कृत व्याख्याता के पद अनिवार्य रूप से स्वीकृत किए जावें।साथ ही दर्ज संख्या के आधार पर अतिरिक्त संस्कृत व्याख्याता के पद स्वीकृत किये जायें,कामर्स संकाय के लिए पूर्व की भांति 2 व्याख्याता के पद अनिवार्य रूप से स्वीकृत किये जायें
प्रतिनिधिमंडल में जिलाध्यक्ष शिवेंद्र चंद्रवंशी, कवर्धा ब्लॉक अध्यक्ष अमित मिश्रा,अब्दुल आसिफ खान,अन्य पदाधिकारी संतोष शर्मा, विष्णु कौशिक,सूरज पाली,रामकुमार वर्मा,शरद वर्मा,यशवंत कौशिक,राजेश तिवारी,संदीप शर्मा,उत्तम साहू,वरिष्ठ व्याख्याता हरि प्रसाद शुक्ला, माधवेश केशरी,खुलेश्वर कौशिक,महेश्वर द्विवेदी,नंदराम पाटिल,श्रीमती गायत्री शुक्ला,श्रीमती आशा ठाकुर सहित अनेक संस्कृत व वाणिज्य के शिक्षक व पदाधिकारी गण उपस्थित थे।