ग्राम कोसमर्रा में मोर गांव मोर पानी महाअभियान के तहत कार्य, 2250 गड्ढों में से 1400 पूरे


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी
कलेक्टर ने किया भू-जल संरक्षण कार्य का निरीक्षण, स्टैगर्ड कंटूर ट्रेंच निर्माण की सराहना की
खैरागढ़, 13 जून 2025//
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित मोर गांव मोर पानी महाभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में जल संरक्षण के लिए विभिन्न योजनाओं पर कार्य जारी है। इसी कड़ी में आज खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने विकासखंड छुईखदान के ग्राम-कोसमर्रा में स्टैगर्ड कंटूर ट्रेंच निर्माण कार्य का स्थल पर पहुँचकर अवलोकन किया।
यह कार्य मनरेगा योजना के अंतर्गत स्वीकृत किया गया है, जिसकी स्वीकृति राशि 7.21 लाख रुपये है। ग्राम में कुल 2250 गड्ढों का निर्माण प्रस्तावित है, जिनमें से 1400 गड्ढों का निर्माण पूर्ण हो चुका है।
कलेक्टर ने कार्य की प्रगति की सराहना करते हुए निर्देश दिए कि शेष कार्यों को समयसीमा में पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि तकनीकी दृष्टिकोण से उपयुक्त स्थानों पर वाटर एब्जॉर्प्शन ट्रेंच भी बनाए जाएं, ताकि वर्षा जल का अधिकतम संचयन किया जा सके और यह पानी पास के तीन तालाबों एवं एक मिनी परकोलेशन टैंक तक पहुँच सके।
सीड बॉल तैयार कर वृक्षारोपण के निर्देश
कलेक्टर श्री चंद्रवाल ने बिहान समूह की महिलाओं को सीड बॉल तैयार कर इस परिक्षेत्र में वृक्षारोपण बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने पास ही स्थित श्मशान घाट के चारों ओर भी वृक्षारोपण कराने की बात कही, जिससे क्षेत्र का हरित क्षेत्र बढ़ाया जा सके।
इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेम कुमार पटेल, एसडीएम छुईखदान-गंडई अविनाश ठाकुर, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारीगण, पंचायत पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे।
स्टैगर्ड कन्टूर ट्रैन्च (SCT) का संक्षिप्त विवरण
स्टैगर्ड कन्टूर ट्रैन्च (SCT) पहाड़ी या ढलान वाले जमीन पर प्राकृतिक समतल रेखाओं के हिसाब से गड्ढे बनाए जाते हैं, जिन्हें एक सीधी रेखा में न बनाकर थोड़ी-थोड़ी दूरी पर विकेन्द्रित (staggered) तरीके से खोदा जाता है। इनका उद्देश्य वर्षा जल को रोकना, मृदाछरण (मिट्टी का कटाव) को नियंत्रित करना और जल का भूमिगत रिसाव बढ़ाना होता है। प्रत्येक गड्डा सामान्यतः 3 से 6 मीटर लंबा, 0.3 से 0.6 मीटर चौड़ा. और 0.3 से 0.45 मीटर गहरा होता है।
स्टैगर्ड कन्ट्रर ट्रैन्च (SCT) के लाभ
मृदा अपरदन (मिट्टी का कटाव) को रोकता हैं। वर्षा जल की गति को कम करके मिट्टी के कटाव को नियंत्रित करता है। जल संग्रहण और पुनर्भरण में सहायकः वर्षा जल को रोककर जमीन में धीरे-धीरे रिसने देता है, जिससे भूजल स्तर बढ़ता है। बंजर व ढलवा भूमि का सुधारः अनुपयोगी व ऊबड़-खाबड़ भूमि को उत्पादक बनाने में मदद करता है।
हरियाली बढ़ाने में मददगारः पेड़-पौधे लगाने के लिए उपयुक्त सूक्ष्म जलवायु तैयार करता है।
भू-जल संरक्षण कार्य के संभावित लाभ
वर्षा जल का संचयन और संरक्षण, गिरते जलस्तर में सुधार, भविष्य में जल संकट की रोकथाम, जैव विविधता को बढ़ावा एवं पर्यावरण संरक्षण
विकासखंड छुईखदान में मोर गांव मोर पानी महाभियान के तहत 395 जल संरक्षण कार्य स्वीकृत
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा संचालित मोर गांव मोर पानी महाभियान के अंतर्गत जल स्रोतों के संरक्षण और भू-जल स्तर बढ़ाने के उद्देश्य से विकासखंड छुईखदान में वर्ष 2025-26 के लिए कुल 395 जल संरक्षण कार्यों की स्वीकृति दी गई है।
इन कार्यों में 18 नवीन तालाब, 111 तालाब गहरीकरण, 29 डबरी निर्माण, 1 गेबियन निर्माण, 7 स्टैगर्ड ट्रेंच, 6 रिचार्ज पिट, 24 बोरवेल रिचार्ज, 18 मिनी परकोलेशन टैंक, 89 कुआं निर्माण तथा अन्य विविध भूजल संरक्षण के कार्य शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, 04 और स्टैगर्ड ट्रेंच निर्माण कार्य प्रस्तावित किए गए हैं, जिनकी स्वीकृति की प्रक्रिया प्रगतिरत है।
यह महाभियान जल संकट से निपटने और वर्षा जल का प्रभावी संचयन करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ग्रामीण क्षेत्रों में इससे कृषि, पेयजल एवं आजीविका पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।