हांगकांग को लेकर चीन और अमेरिका आमने-सामने, ड्रैगन ने दिया बड़ा बयान


Image Source : AP FILE
बीजिंग: अमेरिका और चीन के बीच कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने को लेकर पहले से ही चल रहे तनाव के बीच अब हांगकांग एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है। हांगकांग को अपना अंदरूनी मसला बताते हुए चीन ने अमेरिका पर जोरदार हमला बोला है। चीन ने कहा है कि सुरक्षा परिषद की बैठक के लिए अमेरिका के निराधार अनुरोध को वह स्पष्ट रूप से अस्वीकार करता है। अमेरिका ने हांगकांग के मसले पर सिक्यॉरिटी काउंसिल की मीटिंग बुलाने का आवाह्न किया था।
‘हांगकांग का सुरक्षा परिषद के जनादेश से लेना-देना नहीं’
अमेरिका ने हांगकांग का मसला उठाकर चीन की कमजोर नस पर हाथ रख दिया है। यही वजह है कि संयुक्त राष्ट्र में चीनी मिशन ने ने अमेरिका पर हमलावर होते हुए कहा, ‘चीन सुरक्षा परिषद की बैठक के लिए अमेरिका के निराधार अनुरोध को स्पष्ट रूप से अस्वीकार करता है। हांगकांग के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कानून का निर्माण विशुद्ध रूप से चीन का आंतरिक मामला है। इसका सुरक्षा परिषद के जनादेश से कोई लेना-देना नहीं है।’
Facts prove again and again that the US is the trouble maker of the world.
It is the US who has violated its commitments under the international law.
China urges the US to immediately stop its power politics and bullying practices.
— Chinese Mission to UN (@Chinamission2un) May 28, 2020
‘दुनिया भर में समस्याएं पैदा करता है अमेरिका’
चीन ने अमेरिका पर हमला बोलते हुए आगे कहा, ‘तथ्य बार-बार साबित करते हैं कि अमेरिका दुनिया में समस्याएं पैदा करता है। अमेरिका ने ही अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन किया है। चीन अमेरिका से अपनी ताकत की राजनीति और धमकाने की आदतों को तुरंत रोकने का आग्रह करता है।’ बता दें कि इससे पहले अमेरिकी संसद ने जातीय अल्पसंख्यकों पर नृशंस चीनी कार्रवाई को लेकर अपना रुख कड़ा करने के समर्थन में मतदान किया है। दोनों देशों के बीच इसे लेकर भी तनाव बढ़ सकता है।