विधायकों की फोन टैपिंग, मोबाइल जैमर लगाना, गहलोत जी इतना भय? गजेंद्र शेखावत ने कही ये बात


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जयपुर/नई दिल्ली। राजस्थान में 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र से पहले सीएम अशोक गहलोत के अपने विधायकों को जयपुर से जैसलमेर के होटल में शिफ्ट किए जाने को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘जैसलमेर के होटल में बंद विधायकों के फोन टैपिंग, इंटरकॉम टैपिंग, होटल में मोबाईल जैमर लगाना…। गहलोत जी, इतना भय?!! इतना अविश्वास?!!’
जैसलमेर के होटल में बंद विधायकों के फ़ोन टैपिंग, इंटरकॉम टैपिंग, होटल में मोबाईल जैमर लगाना…
गहलोत जी, इतना भय?!! इतना अविश्वास?!!#RajasthanPoliticalCrisis
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) August 7, 2020
राजस्थान का सियासी ड्रामा फिलहाल थमा हुआ है। हालांकि, इससे पहले राज्यपाल के साथ सीएम अशोक गहलोत का विवाद सामने आया फिर गहलोत ने हॉर्स ट्रेडिंग के रेट को लेकर बड़ा बयान दिया। बता दें कि, राजस्थान में मचे सियासी घमासान के बीच विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े ऑडियो टेप कांड में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत समेत 3 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। गजेंद्र सिंह शेखावत ने ऑडियो टेप पर सफाई देते हुए कहा था ‘इस ऑडियो में मेरी आवाज नहीं है, मैं हर तरह की जांच के लिए तैयार हूं। एसओजी या कोई भी दूसरी एजेंसी के बुलाने पर मैं हर तरह का जवाब देने के लिए तैयार हूं।’
14 अगस्त से शुरू होगा विधानसभा का सत्र
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र बुलाए जाने की अनुमति दे दी है। बताया जा रहा है कि जैसै-जैसे राजस्थान में विधानसभा का सत्र नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे अशोक गहलोत को अपने विधायकों को एकजुट रखने की चिंता भी सता रही है। गहलोत कैंप 17 अगस्त तक बहुमत साबित कर सकता है। एक तरफ गहलोत कैंप में हलचल तेज है तो दूसरी ओर सचिन पायलट गुट भी एक्टिव हो गया है। सचिन पायलट के समर्थक विधायकों ने सरकार पर जैसलमेर रिजॉर्ट में रुके विधायकों के फोन टैप होने का आरोप लगाया है। बता दें कि सचिन पायलट गुट दावा कर चुका है कि वो विधानसभा सत्र में शामिल होने जयपुर आएंगे। वहीं 11 अगस्त को राजस्थान हाईकोर्ट बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय मामले में अपना फैसला सुनाएगा। बसपा के 6 विधायकों ने कांग्रेस में विलय किया था, जिसे खुद बसपा ने गलत करार दिया है।