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विकास दुबे की मौत पर पिता रामकुमार दुबे बोले, मैं उसके अंतिम संस्कार पर क्यों जाऊं…

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Image Source : ANI

कानपुर। कानपुर शूटआउट के आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे के पिता की पहली प्रतिक्रिया सामने आयी है। विकास दुबे की मौत पर विकास के पिता रामकुमार दुबे ने कहा है कि “हमें किसी ने बताया कि हमारा बेटा मारा गया है हमने कहा ठीक किया गया। (सवाल-क्या आप उसके अंतिम संस्कार पर जाएंगे?) मैं उसके अंतिम संस्कार पर क्यों जाऊं। हमारा कहा वो मानता तो आज इस दशा को क्यों प्राप्त होता। उसने हमारी कभी मदद नहीं की”। 

बता दें कि, कानपुर के चौबेपुर के बिकरु गांव में 2-3 जुलाई की रात को 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर देशभर में सुर्खियों में आए उत्तर प्रदेश के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे को गुरुवार (9 जुलाई) सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर में पकड़ा गया था। 6 दिन की तलाश के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद विकास से उज्जैन पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में 2 घंटे से ज्यादा पूछताछ की गई थी। इसके बाद उसे मध्यप्रदेश पुलिस ने यूपी एसटीएफ को सौंप दिया था। हालांकि, जिस कुख्यात अपराधी को लेकर कई राज्यों की पुलिस अलर्ट पर थी, उसकी गिरफ्तारी उतनी ही नाटकीय ढंग से हुई। 

विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लाते समय रास्ते में सचेंडी थाना क्षेत्र के पास यूपी एसटीएफ के काफिले की गाड़ी अचानक पलट गई। मौके का फायदा उठाकर विकास दुबे ने पुलिसकर्मी से पिस्तौल छीनकर भागने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया है। यूपी एसटीएफ ने हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे मुठभेड़ मामले में प्रेस नोट जारी किया है, जिसमें बताया गया है कि एसटीएफ के वाहन के सामने मवेशियों का एक झुंड आ गया था, जिसके कारण गाड़ी की दुर्घटना हो गई। पुलिस ने उसे जिंदा पकड़ने के लिए उसके करीब जाने की कोशिश की, लेकिन वह गोलियां चलाता रहा। पुलिस ने आत्मरक्षा में पलटवार किया।

हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे के कानपुर के हैलट अस्पताल में वीडियोग्राफी के साथ डॉ. अरविंद अवस्थी, डॉ. शशिकांत मिश्र व डॉ. विपुल चतुर्वेदी के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। बता दें कि, विकास दुबे का पोस्टमार्टम से पहले कोरोना टेस्ट कराया गया था जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आयी थी। पुलिस से मुठभेड़ के दौरान विकास दुबे को तीन गोलियां लगीं, तीनों गोलियां आरपार हुईं। दो गोलियां सीने पर और एक कमर में लगी। 

यूपी के ए़डीजी कानून एवं व्यवस्था (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान 3 सब-इंस्पेक्टर, 1 कांस्टेबल और 2 एसटीएफ कमांडो घायल हुए हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के मुताबिक कानपुर मुठभेड़ में कुल 21 अभियुक्त नामजद थे और 60 से 70 अन्य अभियुक्त थे। इस मामले में अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, 6 आरोपी मारे गए, 7 लोगों को जेल भेजा गया, वहीं 12 वांछित अपराधी अभी भी फरार हैं।

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