लावारिस खड़ी थी रेत से भरा दो गाड़ी जप्त करने के लिए वन व पुलिसकर्मी उलझे


कवर्धा। रेंगाखार जंगल क्षेत्र के ग्राम खम्हरिया मोहनपुर रोड पर रेत से भरी दो गाड़ी लावारिस हालत में खड़ी थी जिसे पकड़ने के लिए वन और पुलिसकर्मी आपस में ही उलझ गए। दरअसल दोनों विभागों में वाहन जप्ती को लेकर अपने अपने क्षेत्र लेने की होड़ में रेंगाखर पुलिस ने एक निर्दोष ग्रामीण की जमकर पिटाई कर दी जिससे बवाल मच गया। जिस ग्रामीण की पिटाई हुई वह गोड़ समाज से ताल्लुक रखता है। घटना से नाराज समाज के लोगों ने मारपीट करने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई पर थाना का घेराव करने की चेतावनी दी है।
यह घटना बुधवार शाम करीब 6:00 बजे शुरू हुआ क्षेत्र की खमरिया मोहन टोला रोड में रेत से भरी मेटाडोर गाड़ी खड़ी थी आस पास कोई भी नहीं था वन कर्मियों ने नजर लावारिस गाड़ी पर पड़ी तो आरोपियों को पकड़ने के लिए अलाव जलाकर बैठ गए इस सूचना को मिलने पर रात में मौके पर कुछ पुलिस वाले पहुंचे वहां बैठे वन कर्मी को रेतकर चार चोर समझ लिया जब वन कर्मियों को बताया कि फॉरेस्ट विभाग पुलिसकर्मियों ने उन्हें खरी-खोटी सुनाई और कहा कि रात में अंधेरे में रेत बेच रहे हो वन कर्मियों से बदसलूकी के बाद रात में रखा पुलिस ने चोरी के मामले में गाड़ी मालिक समरथ को पकड़ने के लिए खमरिया गांव पहुंची पता मालूम होने पर संतराम मरकाम के घर पहुंच कर उनसे मारपीट की गाड़ी मालिक सम्रत का पता बताने को कहा से मारपीट की खबर सुनकर बेटा तुरंत थाने पहुंचा लेकिन वापस भेज दिया गया गुरुवार को सुबह जनपद सदस्य धन सिंह दिल गांव लेख राम पंचेश्वर मनोज सिंह सजवान परते सम्राट और समाज के लोग पार्टी मनोज के साथ थाना पहुंचे मारपीट करने के लिए पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई सातवीं चेतावनी दी कि कार्रवाई होने ना होने पर थाना घेराव का चेतावनी दिया रेत के अवैध परिवहन में लगे गाड़ी मालिक सम्रत सिंह ने तंग आकर पुलिस उसके बेटे को गायब करने का आरोप लगाया है गाड़ी मालिक का कहना है कि गाड़ी पकड़ने जाने के बाद उसका बेटा लापता है उसे शक कि रेंगाखार पुलिस ने उसे गायब किया है।
