मडमडा मे मनाया गया सहस्रबाहु जयंती


मडमडा मे मनाया गया सहस्रबाहु जयंती
प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी सहस्रबाहु जयंती मनाई गई कलार समाज के तत्वावधान में महाराज सहस्त्र बाहु अर्जुन की जयंती 21 नवम्बर शनिवार को समारोह पूर्वक मनाई गई। समारोह में सहस्त्र बाहुबली की तस्वीर पर माल्यार्पण किया गया। उसके बाद विधि-विधान ने उनकी पूजाअर्चना की गई। फिर उनके जीवन चरित्र पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। डड़सेना कलार समाज के जिला उपाध्यक्ष देवचरन जायसवाल ने बताया कि सहस्त्रबाहु का मूल नाम कार्तवीर्य अर्जुन था। वे बड़े प्रतापी और शूरवीर थे। उन्होंने अपने गुरु दत्तात्रेय को प्रसन्न करके वरदान के रूप में उनसे हजार भुजाएं प्राप्त की थीं। इस कारण ही कार्तवीर्य अर्जुन सहस्त्रबाहु के नाम से विख्यात हुए। ग्राम उप सरपंच राधे लाल जायसवाल ने कहा कि सहस्त्रबाहु अर्जुन की जीवनी न्याय लेने के लिए अन्याय से लड़ने की सीख देती है। समाज के लोगों ने सहस्त्रबाहु अर्जुन के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। साथ ही सामाजिक कुरीतियों को दूर करते हुए सभ्य समाज का निर्णय लिया। समाज के वरिष्ट नागरिक होली राम जायसवाल, ने बताया कि भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन के जीवन चरित्र पूरे मानव जाति के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने कहा कि सामाजिक एवं राजनीतिक उत्थान के लिए एकजुटता अनिवार्य है। जब तक समाज के लोग एकजुट नहीं होंगे, तब तक सामाजिक कुरीतियों को दूर नहीं कर सकते हैं। इस शुभ अवसर पर अवध राम जायसवाल, ग्राम पंचायत मडमडा के उप सरपंच राधे लाल जायसवाल, गैद जायसवाल , जवाहिर जायसवाल , भागवत जायसवाव भगवानी राम जायसवाल, डॉ रामचरण जायसवाल, शिव प्रसाद जायसवाल, राधे जायसवाल ,राधे जायसवाल, सुशील जयसवाल, दुलारी जायसवाल ,कौशल जायसवाल , संदीप जायसवाल , शिव जायसवाल ,योगेश, कुमार जायसवाल, प्रेम जायसवाल , आयोध्या जायसवाल, रामफल जायसवाल, उपस्थित रहे।