बालोद में नगर पालिका प्रशासन द्वारा आज घड़ी चौक का उद्घाटन किया गया

बालोद में लगभग 1 वर्ष पूर्व ही निर्मित घड़ी चौक में लगी घड़ी अब राहगीरों को सही समय नहीं दिखा रही है नगर के बीचो बीच स्थित फवारा चौक का नवनिर्माण कर घड़ी चौक का नाम दिया गया था घड़ी चौक के तीनों दिशाएं मैं घड़ी लगाई गई थी देखरेख के अभाव के के चलते यह घड़ी बे समय हो चुकी है नगर पालिका प्रशासन द्वारा बे समय हो चुकी घड़ी को सुधर वाने तक का ध्यान नहीं दे पा रही है सही समय नहीं बताने कारण यहां की स्थिति यहां की घड़ी चौक पर लगी घड़ी को देखकर अब लोगों को भरोसा उठ चुका है नगर
पालिका प्रशासन द्वारा घड़ी चौक का उद्घाटन तो करवा दिया गया लेकिन इसकी देखरेख की जिम्मेदारी नहीं उठाई गई है जिसके चलते यह हाल बना हुआ है नगरपालिका के प्रशासन के प्रति लोगों की इस अवस्था का और उदासीनता के चलते नाराजगी भी देखी जा रही है बीते कुछ दिनों से घड़ी का समय परिवर्तन हो चुका है घड़ी समय नहीं होने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तीनों दिशाओं की घड़ी है बताती हैं अलग-अलग समय घड़ी चौक पर लगे घड़ी लगाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को सही समय का अलंकरण कराना है लेकिन बीते कुछ दिनों से घड़ी चौक पर लगी घड़ी बंद होने के कारण लोग राहगीरों एवं नगर वासियों को समय का सही आकलन नहीं हो पा रहा है लोगों का कहना है कि घड़ी चौक पर लगी घड़ी से हमें आसानी से समय का आकलन हो जाता था लेकिन अब स्थिति यह है कि घड़ी चौक पर लगी तीनों दिशाओं की घड़ी अलग-अलग समय बताती है ऐसे में लोगों को समझ में नहीं आता कि कौन सी घड़ी सही में सही समय बता रही है घड़ी चौक पर अब नाम ही साबित हो रहा है क्योंकि यह काम नहीं कर रहा नहीं घड़ी लगा देने से कुछ नहीं होता इसका देखभाल होना चाहिए तभी यह सार्थक होगा